बतकुच्चन भाषा सरोकार जाल के जाला (बतकुच्चन – 202) Editor सितम्बर 13, 2016 0Comments जाल, जाला, जाली, जंजाल, संजाल, मायाजाल, इंद्रजाल, मोहजाल, महाजाल; पता ना कतना जाल आ कतना जाला कि सझुरावते परेशान हो जाए आदमी. जाल बुनल जाला, जाला लाग जाला आ जाली…