Tag: विश्व भोजपुरी सम्मेलन
भोजपुरी अस्मिता खातिर काम करे वाला लोग के भोजपुरी प्रेम
by Editor | Aug 4, 2015 | एक तरफा विचार | 0 |
विश्व भोजपुरी सम्मेलन : अध्यक्ष के बेबसी
by Editor | Jul 31, 2015 | सभा समारोह, सरोकार | 1 |
टटका खबर : शुक, 31 जुलाई 2015 (सबेर)
by admin | Jul 31, 2015 | उत्तर प्रदेश, देश-दुनिया, बिहार | 0 |
रोेजे सुख के साँझ निहारत, जागेला भिनसहरे गाँव
by Editor | Apr 30, 2015 | सभा समारोह, सरोकार | 4 |
विश्व भोजपुरी सम्मेलन, बलिया के अधिवेशन आ पाती अक्षर सम्मान 19 अप्रैल के
by Editor | Apr 10, 2015 | सभा समारोह, सरोकार | 1 |
विश्व भोजपुरी सम्मेलन बलिया के कवि गोष्ठी
by Editor | Feb 14, 2015 | सभा समारोह, सरोकार | 0 |
विश्व भोजपुरी सम्मेलन के राष्ट्रीय अधिवेशन
by Editor | Dec 14, 2014 | खबर, सभा समारोह, सरोकार | 2 |
विश्व भोजपुरी सम्मेलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहल परमहंस त्रिपाठी के निधन
by admin | Aug 2, 2013 | उत्तर प्रदेश | 0 |
संस्तुति
शेयर ट्रेडिंग करे वालन खातिर सबले जरुरी साधन चार्ट खातिर ट्रेडिंगव्यू
शेयर में डे ट्रेडिंग करे वालन खातिर सबले बढ़िया ब्रोकर आदित्य बिरला मनी
हर शेेयर ट्रेेडर वणिक हैै - WANIK.IN
अँजोरिया के भामाशाह
अगर चाहत बानी कि अँजोरिया जीयत रहे आ मजबूती से खड़ा रह सके त कम से कम 11 रुपिया के सहयोग कर के एकरा के वित्तीय संसाधन उपलब्ध कराईं.
यूपीआई पहचान हवे -
anjoria@uboi
सहयोग भेजला का बाद आपन एगो फोटो आ परिचय
anjoria@outlook.com
पर भेज दीं. सभकर नाम शामिल रही सूची में बाकिर सबले बड़का पाँच गो भामाशाहन के एहिजा पहिला पन्ना पर जगहा दीहल जाई.
अबहीं ले 10 गो भामाशाहन से कुल मिला के पाँच हजार छह सौ छियासी रुपिया के सहयोग मिलल बा.
(1)
18 जून 2023
गुमनाम भाई जी,
सहयोग राशि - एगारह सौ रुपिया
(3)
24 जून 2023
दयाशंकर तिवारी जी,
सहयोग राशि - एगारह सौ एक रुपिया
(4)
18 जुलाई 2023
फ्रेंड्स कम्प्यूटर, बलिया
सहयोग राशि - एगारह सौ रुपिया
(7)
19 नवम्बर 2023
पाती प्रकाशन का ओर से, आकांक्षा द्विवेदी, मुम्बई
सहयोग राशि - एगारह सौ रुपिया
(5)
5 अगस्त 2023
रामरक्षा मिश्र विमत जी
सहयोग राशि - पाँच सौ एक रुपिया
एगो निहोरा बा कि जब सहयोग करीं त ओकर सूचना जरुर दे दीं. एही चलते तीन दिन बाद एकरा के जोड़नी ह जब खाता देखला पर पता चलल ह.
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चुटपुटिहा
सुतला मे, जगला में, चेत में, अचेत में। बारी, फुलवारी में, चँवर, कुरखेत में। घूमे जाला कतहीं लवटि आवे सँझिया, चोरवा के मन बसे ककड़ी के खेत में। - संगीत सुभाष के ह्वाट्सअप से
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