मुम्बई के भईया.

As on 14 Feb 2008

नौटंकी के तीसरका चरण पूरा हो गइल.

पहिलका में राज ठाकरे उत्तर भारतीयन का खिलाफ, उत्तर भारतीय मतलब भोजपुरिहा, जहर उगिललन. ओकरा साथही सपा के अबु आजमी, अमर सिंह, मुलायम सिंह, आ राजद के लालू प्रसाद राज ठाकरे का खिलाफ बरसल लोग. दूनु तरफ के भड़भूंजा आपन आपन घोनसार गरमा लिहलन स.

दोसरका चरण में बारी आइल आम जनता, जेकरा एह सब से कवनो मतलब ना होखे आ जे दिन रात खटि के दू बेर के रोटी के जोगाड़ में लागल रहेला, के ऊह घोनसारि में भूँजाए के. संगे संगे दोसरो लोग मैदान में कूद पड़ल. राजनीति का एह खेल में के पाछा छूटे के रिस्क लेव!

तीसरका चरण में राज ठाकरे के सहयोगी कांग्रेस पार्टी आपन नाटक खेललस. राज ठाकरे आ अबु आजमी के गिरफ्तारी के नौट्की कइल गइल. दुनु जाना कहले रहे लोग कि जमानत ना लेब स आ दुनु जने जमानत ले लिहलन! कांग्रेस के वोट उत्तरो भारत में बाँच गइल आ महाराष्ट्र मे ओकर सहयोगीराज ठाकरे के भाव बढ़ गइल से बोनस में!

पता ना लोग के अबहियों ई खेला समुझ में आइल कि ना?

आ जब नाटक होखे त मीडिया कइसे पाछा छूट जाई? ओकर त कामे हऽ नौटंकी देखावे के! ब्रेकिंग न्यूज का खेल में खाली टूटले ना, ना टूटल के तूड़ के देखावहूं के तइयार. एह दौरान एगो फोटो अबहियों हमरा आँखि के सोझा नाच रहल बा. एगो निहत्था निरीह बिहारी भा यूपी वाला लड़िका के सात गो मराठी मानुष लतियावत जूतियावत बाड़न. मउग चुहाड़न नियर. भा अपना गली में शेर बनल कुकुरन लेखा!

हम सोचनीं कि जवन मुम्बई सीरियल बम ब्लास्ट में एकजुट खाड़ रहि गइल ओकरा के शायद दियाका के तरह भीतर से खोखला करे के चाल हऽ ई! मुम्बई खाली मराठियने के ना, हमरो राउर ओतने हऽ जेतना पटना भा लखनऊ सभकर हऽ.

काश्मीर से लाखों पंडितन के धकिया के निकला फेंकल गइल तहिया ना त लालू जनमलन, ना मुलायम. अबू आजमी आ अमर सिंह त दुनम्बरिया खेलाड़ी हऽ लोग! देश का पइसा पर पलात पोसात काश्मीर में देश के लोग बसि ना सके. जे कई पुश्त से बसल रहुवे ओकरा बहिन बेटी के इज्जत लूट के मजबूर कर दिहल गइल कि ऊ काश्मीर छोड़ देव. कहियो सुनलीं ओह सब का खिलाफ नारेबाजी? ना. ऊ एहसे कि ओकरा खिलाफ आवाज उठवला से लालू मुलायम राज ठाकरे के वोट बैंक घट जाई!

अब तनीं आईं असल मुद्दा पर. का हो गइल जे राज ठाकरे कहि दिहलन कि मुम्बई में छठ मनावे वाला लोग मराठी संस्कृति पर आपन संस्कृति थोपत बा. चठ मनावे के बा त गंगा किनारे जा के मनाव लोग, समुन्दर का किनारे ना. दोसरे कि महाराष्ट्र में रहे के बा त मराठी बोले के सीखऽ लोग. मराठा संस्कृतिके इज्जत करऽ लोग.

हमहूँ कहत बानीं कि मुम्बई में बिहार आ यूपी के लोग खाली छठे मत मनावो, गणपति बप्पा मोरियो कहहूँ में आगा बढ़ि के भाग लेव लोग. जहवाँ से खअत कमात बानीं ओहिजा के संस्कार मानीं भा मत मानीं, ओकर इज्जत करे के सीखीं. दोसरे मराठा संस्कृति में अइसन का बा जवन हमहन के संस्कृति से बेमेल होखे?

भोजपुरिहन के खासियत कहाला कि ऊ दू गो, तीन गो भाषा सीखे में माहिर होलन. महाराष्ट्र में रहे वाला लोग मराठी सीख ली त कवन खराब बाति हो जाई? रउरा किहां रहे वाला मारवाड़ी, पंजाबी, बंगाली, गुजराती भोजपुरी बोले ला कि अपन भाषा? हमहूं कहब कि मुंबई में, दिल्ली में छठ मत मनाईं सभे! साल में ईहे त एगो बड़का परव होला जवना में तमाम भोजपुरिआ अपना गांवे चल देबे लन. एही बहाना अपना गाँव के माटी चूमे के मउका मत छोड़ दीं लोग.

दिल्ली ,मुंबई में बड़ पैमाना पर छठ मनावे के आदत पड़ि जाई त धीरे धीरे गाँव जवारो छूट जाई!

शादी बिआह, जग्य परोजन, परवे तेवहारे के बहाने त हमनीं का अपना अपना गाँवे जुटेनीं जा. ना त का रहे दिहले बा लोग बिहार यूपी में?

बिहार के कर्पूरी डिवीजन, आ यूपी के बोर्ड परीक्षा में भर इच्छा नकल कर के पास करे वाला लोगन से केकरा नुकसान हो रहल बा? पढ़ाई के माहौल निमन रहित त बंगलोर पूने जाए के का जरुरत रहुवे?

करेके बा त बिहार यूपी में कर के देखाई सभे. अपना मेहनत से आजु तकले दुनिया में जगहा जगहा के सँवरलीं सभे. अब घर के सँवारे के किरिया खाईल जाव!

निमन स्कूल, कालेज, कारखाना, उद्योग, शैक्षणिक माहौल, औड्योगिक माहौल यूपी बिाहर में बनाईं सभे. फेर देखल जाई कि के आगा रहत बा?

बिहार यूपी के लोग एक हप्ता खातिर छुट्टी मना लेव त मुंबई दिल्ली के चक्का जाम हो जाई. एक हालि कर के देखाईं सभे!

खाली बोलले से काम ना चली.