राम झूठ, बाबर साँच

As on 14th Sept. 2007

श्री राम सेतु Adams Bridge आ भारत सरकार के सेतु समुन्द्रम प्रोजेक्ट

जनम से लेके आजु तक ले सुनत आईल रहुवीं कि अयोध्या के राजा राम वनवास का दौरान राक्षसन से युद्ध का चलते रावण से लड़ाई लड़लन. समुद्र में भारत का किनार से दूर बसल माया नगरी श्री लंका तक चहुँपे खातिर ऊ वनवासियन का सहयोग से बलुआ स्पाञ्जी पत्थर के पुल बनवलन आ ओही पर से पैदल चल के उनुकर वनवासी सेना श्रीलंका तक चहुँपल आ रावण के नाश भईल.

अब मालूम भईल कि ई सब झूठ हऽ. राम कपोल कल्पना हउवन. ऐह देश में हिन्दूअन के मान्यता के खिलाफ भारत सरकार के एगो विभाग सुप्रीम कोर्ट में ई हलफनामा दाखिल कईले बा. विभाग के सचिव ईसाई, मंत्री नास्तिक पार्टी के, गठबधन के नेता विदेशी, सहयोगी लाल झन्डा उठा के चले वाला वामपंथी, जे धरम वरम कुछ मनबे ना करस. गठबन्धन के लक्ष्य केहू तरह देश के अल्पसंख्यक समुदाय के वोट खींचल. अल्पसंख्यक समुदाय के हर सही गलत बाति पर डाँड़ झुकवले सलाम करे वाला हिन्दुअन के पावन आराध्य श्री राम का बारे में जवन मन में आईल तवन बक गईलें. आ सरकार हिनहिनात रहि गईल. अब जब बाति औकात से बाहर जात बूझात बा तऽ कहात बा कि शुक का दिने एगो आउरी हलफनामा दाखिल कर के एह बात के वापस ले लिहल जाई.

बा औकात तऽ तनी दोसरा धर्म वालन का खिलाफ कुछ बोल के देख लऽ लोग. .....में बेछिलल बाँस कर दीहें सऽ आ तू ससुरे लोग उफो ना करि पवबऽ. तुरन्ते ५१ करोड़ के ईनाम के फतवा निकले लागी. आ सगरी कानून, सगरी वैज्ञानिकता .... में घुसड़ जाई. ऐह देश के हिन्दुवन के खून तऽ पानी हो गईल बा ना तऽ अइसनका बाति कहे कहावे वाला सरकार के बोरिया बिस्तर बन्हवा दिहल जाईत. खाली हलफनामा दाखिल कईला से बाति ना बनी. माफी माँगऽ लोग सगरी देश से कि गलती हो गईल. आईन्दा अईसनका गलती फेर ना होखी. ना तऽ कानून बना दऽ लोग कि एह देश में राम कृष्ण के नाम लिहल गैरकानूनी हऽ आ सब केहू धरम बदल लेव.

तुलसी झूठ कहलन, वाल्मीकि झूठ कहलन, ऋषि मुनि झूठ कहलन, देश के संविधान बनावे वाला बेवकूफ रहुवन जे संविधान में राम कृष्ण के फोटो जोड़ववलन. बस साँच कहे वाला कांग्रेसी आ ओकर पिछलग्गुआ बाड़न. शाहबानो मुकदमा का फैसला के बदले खातिर देश के कानून बदले वाला, मुस्लिम आबादी में मुस्लिम पुलिस के बहाली के बाति करे वाला, बैंक के कर्जा मुसलमानन के देबे के पैरवी करे वाली सरकार आजु राम के झूठ बना दिहलसि. धिक्कार बा अईसनका लोगन पर जे अपना राज आ वोट खातिर आपन धरम ईमान बेटी सब कुछ सँउपे खातिर तईयार बईठल बाड़न.

अइसनका लोग सेकुलर कहाला. सेकुलरिज्म के मतलब दुनिया भर में चाहे जवन होखे हिन्दुस्तान में ओकर मतलब हिन्दूवन के खिलाफ हर कर्म कुकर्म करेवाला होला. ना तऽ हिन्दूवन के मूल मान्यता का खिलाफ अईसनका बाति कहे के हिम्मत सरकार के ना होखित.

जनश्रुति में फइलल बाति पीढ़ी दर पीढ़ी चलल आवेला. जवना जमाना से ई बाति चलल आवता तवना घरी आसमान से धरती आ समुद्र के गहराई में फोटो लेबे के सुविधा ना रहुवे. तबो लोग कइसे कहत चलि आईल कि रामेश्वरम से श्रीलंका तक ले पत्थर के एगो पुल बा. अगर नासा अपना फोटो से ओह पुल के ना देखवले रहित तऽ सब कुछ गप्पे कहाईत.

अल्पसंख्यकन के संतुष्टि खातिर देश के अरबो रुपया फूंके वाली सरकार श्रीराम सेतु के तूड़ के कुछ करोड़ रुपिया बचावे के बात करत बिया. ई जानत बूझत कि श्रीराम सेतु ना रहित तऽ सुनामी के कहर केरल के नेस्तनाबूद कर दिहले रहित. सुनामी के लहर ओही सेतु से टकरा टकरा के टूट गईल आ देश के बरबाद होखे से बचा लिहलसि. ओह सेतु के तूड़ देला का बाद सुनामी से बचावे खातिर ई ढाल ना रहि पाई. अगर सुप्रीम कोर्ट रोक ना लगवले रहित तऽ अबले ई सरकार ओह सेतु के बारूद से उड़ावे खातिर ओहमें छेद करे के तइयारी में रहुवे. भारत सरकार सेतु समुद्रम प्रोजेक्ट पर २५०० करोड़ रुपिया खरच करे वाली बिया.

ऐह देश में राम के जन्मभूमि, कृष्ण के जन्म भूमि, शिव के मन्दिर सब पर विदेशी आततायियन के निशान आजु ले मौजूद बा. अब १लाख ७५ हजार साल पुरान श्रीराम सेतु के बरबाद करे खातिर खुद भारत सरकार लागल बिया. अंगरेजन का जमाना के सरवेयर जनरल जेम्स रेनल १७८८ में देश के जवन नक्शा बनवले रहन तवना में एह सेतु के नाम रामार सेतु कहले रहन. ऊ दस्तावेज आजु ले मौजूद बा. मुगल काल का दस्तावेजन में एह पुल पर लोग के पैदल आवे जाये के जिकिर बाटे. समय का चक्र आ लगातार टकरात समुद्री लहरन का चलते ऐह पुल के उपरी हिस्सा धीरे धीरे छिलात चलि गईल. हो सकेला कबो सुनामियो से बड़का तूफान आईल होखे जवन पुल के ऊपरी हिस्सा तबाह कर दिहले होखे.

आ सबले अन्त में बाति खाली पुले के नईखे. बाति हिन्दुवन के आस्था, विश्वास आ धर्म के रक्षा के बाटे. गोपालदास नीरज का शब्दन में कहीं तऽ इहे कहेम कि

बदतमीजी कर रहे हैं आज फिर भौंरे चमन में, तुम नहीं अब भी उठे तो फिर जमाना क्या कहेगा ?

अगर राउर आस्था राम में बा तऽ राम के कहल बात पर काम करीं. ब्रह्मपुराण का ब्राह्मण खण्ड में श्रीराम अपनहूँ कह गईल बाड़न कि

भूयो भूयो भाविनो भूमिपालाः
नत्वा नत्वा याचते रामचन्द्रः
सामान्योऽहम् धर्म सेतुर्नराणां
काले काले पालनीयो भवद्मीः

हे भविष्य में होने वाले राजाओं, यह रामचन्द्र आपलोगों से विनम्रतापूर्वक बारम्बार प्रणाम कर याचना करता है कि आप लोग मेरे द्वारा बाँधे हुये धर्मसेतु की सुरक्षा सदा करते रहें.