खरीददारी में समझदारी बा !

18th Aug 2007

शेयर बाजार के गिरला से परेशान भईला के जरुरत नईखे. शेयर बाजार गिरत उठत रहेला. एहीमें वारेन बफेट जईसन लोग रुपिया कमा लेला आ ढेर सारा लोग आपन जथापूंजी गवाँ देला.

शेयर बाजार के तुलना तनी बाजार भाव से कर के देखीं. बाजार में जब दाम गिरेला तऽ खरीददार बढ़ जालन. खरीददार बढ़ेलन त माल तुरते बिका जाला आ फेर नया माल नया बढ़ल दाम पर मिले लागेला. खरीददार तब छँट जालन आ बईठ के इन्तजार करेलन कि फेर कब सेल लागत बा!

बाकिर शेयर बाजार में भेड़ चाल चलेला. दाम बढ़ी तऽ खरीददार बढ़ जालन, दाम गिरेला तऽ खरीददार गायब हो जालन. वईसनके लोग का चलते वारेन बफेट जईसन लोग मुनाफा कमात रहेला.

अरे भाई, रउरा कवनो कम्पनी के शेयर खरीदे के बा तऽ शिकारी लेखा आँख गड़वले रहीं. जब बूझाव कि अब दाम ढेर गिर गईल बा तऽ धीरे धीरे से झपट लीं. ई काम रोज रोज ट्रेडिंग कईला से ना होखी. शेयर बाजार में सट्टा खेले वाला लोग के कमी नईखे. बाजार खुलतहीं बईठ जाई लोग सौदा करे आ हर मूव पर सौदा कर ली लोग. संजोग निमन रहल आ फायदा मिल गईल तऽ सौदा बराबर कर ली लोग ना तऽ ढो ले जाई लोग आगे. सबसे बड़का गलती इहे होला. मानत काहें नईखीं कि गलती हो गईल. बाजार के थाह ना मिलल.

शेयर बाजार में मुनाफा कमाये के पहिलका शर्त होला कि घाटा उठावे खातिर तईयार रहीं. तय कर लीं कि कतना घाटा हो जाई तऽ सौदा पलट लेम तब सौदा करीं. अगर फायदा होत बा तऽ ओह सौदा के खाड़ रहे दीं, घाटा होत बा काट लीहीं.

आजुकाल्ह शेयर मार्केट भारत के बाजार का चलते नइखे गिरत, अमेरिका आ जापान का बाजार का चलते गिर रहल बा. हिन्दुस्तानी कम्पनियन के फण्डामेण्टल खराब नईखे भईल. इहे मौका बा जब रउरा कुछ बढ़िया कम्पनियन के शेयर खरीद सकेनी. शुक का दिने सेंसेक्स जब चौदह हजार का नीचे चलि गईल रहुवे तबे खरीददारी करे के चाहत रहुवे.

एगो बाति हमेशा ध्यान में राखी. कवनो दाम पर अगर सौदा हो रहल बा तऽ केहू बा जे ओह दाम पर खरीदे के तैयार बा, आ केहू बेचे के तइयार बा. असल बाति ई बा कि बेचे वाला कतना में खरीदले रहुवे आ खरीदे वाला आगे चलिके कतना में बेची.