हमार बतिया

डा॰कमल किशोर सिंह

तनी सुनऽ ए सँघतिया हमार बतिया,
करऽ ना जियान आपन स्वास्थ-समपतिया, हमार बतिया.

छोडऽ नाशा दारु, छोडऽ गाँजा सिगरेटिया,
ना त, भरले जवनिये मे धरि लेबऽ खटिया, हमार बतिया.

सन्तुलित अल्पाहार करऽ, करऽ मेहनतिया,
रहऽ गतिमान अभी दूर बा रहतिया, हमार बतिया.

मदन के जाल मे फँसावऽ मत लतिया.
ऐड्स कामरोग करी देह दुर्गतिया, हमार बतिया.

जिनिगी बेकार जब बिगडल सेहतिया,
धईल रही जाई सब धन दवलतिया, हमार बतिया,
तनी सुनी ए सँघतिया हमार बतिया.


रिवरहेड, न्यूयार्क