भोजपुरी सिनेमा के सम्मान खातिर असहयोग करे के फैसला

हिन्दी टीवी चैनलन के स्तर अतना गिर गइल बा कि ओकनी के नीति अनीति के अन्तर भुला गइल बा. बे बात के बतंगड़ बनावे वाला एह खबरिया चैनलन खातिर सलमान के कुकुर के मौत त बड़का खबर बन जाला बाकि एगो भोजपुरी फिल्म निर्माता के मौत के खबर एगो लाइनो चलावे लायक ना बुझाव.

अधिकतर खबरिया चैनलन के एह कुकुर बझाव नीति का खिलाफ काल्हु भोजपुरी सिनेमा उद्योग से जुड़ल लोगन के बइठका भइल जवना में फैसला लिहल गइल कि कुछ चैनलन के साथ असहयोग के नीति अपनावल जाई.एह बईठका में भोजपुरी सिनेमा से जुड़ल लोग एह व्यवहार के हिन्दी पत्रकारिता के सबसे शर्मनाक दौर बतावत फैसला लिहलसि कि अबसे एह चैनलन के उपेक्षा कइल जाई आ ओकनी से कवनो तरह के सहयोग ना कइल जाई.

भोजपुरी सिनेमा आजु हिन्दी सिनेमा के समानान्तर खड़ा बा आ एह सफलता के झुठिलावे के कोशिश हो रहल बा. भोजपुरी सिनेमा के एहतरे अनदेखी कइल जा रहल बा जइसे कवनो घटिया बात होखे. जबकि सच्चाई ई बा कि भोजपुरी सिनेमा आजु अपने गोड़ पर खड़ा बिया आ ओकरा केहू के बैशाखी के जरुरत नइखे. भोजपुरी सिनेमा आजु देश का हर कोना सहित दुनियो में देखावल जा रहल बा.

खबरिया चैनलन के एह अनदेखी के नमूना हालही में देखे के मिलल जब सुधाकर पाण्डेय जइसन भोजपुरी फिल्म निर्माता के मौत के खबर नजरअन्दाज करत ई चैनल सलमान खान के कुकुर के मौत के बड़का खबर बना दिहलन स.

भोजपुरी सिनेमा से जुड़ल लोग अब सिर्फ लाईव इण्डिया, महुआ टीवी, संगीत भोजपुरी, हमार टीवी आ लेमन टीवी का साथे सहयोग करी जे भोजपुरी सिनेमा के उचित सम्मान देबे ले.


शशिकान्त सिंह