रविकिशन के पन्ना

एगो नया इतिहास के शुरूआत

Babloo Soni and Ravi Kishan

रउरा सभे के रविकिशन शुक्ला के प्रणाम.

आज रउरा सभ का सोझा होत मन बहुते प्रसन्न बा. एके दू गो ना, बहुते खुशी से भरल आनंद के माहौल बा. एह सब का बारे में त बतियइबे करब बाकिर पहिले रउरा सभे के होली के शुभकामना. एह साल के होली पूरा देश खातिर खास बा काहे कि कुछे दिन पहिले भारतीय सिनेमा के गूंज दुनिया भर में सुनाइल बा. महाशिवरात्रि का दिने पूरा देश में हर हर महादेव का साथे जय हो के उद्घोष होत रहुवे काहे कि पहिलका बेर कवनो भारतीय पृष्भूमि पर बनल फीचर फिलिम के आ एगो छोट डाकूमेन्टरी के दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारन में से एक आस्कर पुरस्कार मिलल रहे.

आस्कर मिलल त दूर के बात होला, ओकरा खातिर नामांकनो भईल एगो बड़ बाति होला. एगो क्षेत्रीय फिलिम से शूरुआत करेवाला ए॰आर॰रहमान त इतिहासे बना दिहलें. ऊ देशे के ना, क्षेत्रीयो सिनेमा के मान बढ़ा दिहलें. कहल गईल बा कि हौसला बुलन्द होखे त कवनो इच्छा पूरा हो सकेला आ भगवानो अइसनका लोगनके भरपूर साथ देबेलन. तबे त रहमान साहब पुरस्कार मिलला पर कहलें गॉड इज ग्रेट ! हमार त कहनाम हऽ कि ग्रेट शब्द के इस्तेमाल खाली भगवाने खातिर होखे के चाहीं. काहे कि दनिया भर के सफल लोग के आस्था अपना भगवाने में होला. भगवान में भरोसा ना राखे वाला आदमी अगर सफलता पाईयो जाव त स्थायी ना होखी. दुनिया में भारतीय सिनेमा के पहिचान दिलवावे खातिर हम ए आर रहमान साहब, गुलजार साहब आ रसूल पोकुट्टी के नमन करत बानी.

ई हमार खुशकिस्मती बा कि अबहीं हाले में हमरा रहमान साहब का धुन पर थिरके के मौका मिलल. मणि सर के फिलिम रावण के संगीतकार रहमाने साहब हउवन आ उनकर बनावल धुन के गीत पर हमरा नाचे के मौका मिलल. रहमान साहब के मिलल पुरस्कार से सभे क्षेत्रीय सिनेमा वाला लोग उत्साहित बा आ भोजपुरी सिने उद्योगो एहसे फरका नईखे. हमनी के मालूम होखे के चाहीं कि आस्कर समारोह में एगो अइसनको बच्ची रहुवे जे सभका से भोजपुरिये में बतियवलसि. ऊ बच्ची मिर्जापुर के पिंकी रहे आ ओकरा पर बनावल फिलिम स्माइल पिंकी अब स्माइल इण्डिया बन चुकल बा. भोजपुरी सिनेमा बहुते बढ़न्ति पर बा आ गैर भोजपुरियन का बीचे हमनी के मान बढ़ल बा.

कुछ साल पहिले के बात हऽ जब हम अपना पहिलका फिलिम सईंया हमार के शूटिंग करत रहीं त हमरा के जाने वाला लोग हमरा पर हँसत रहुवे आ कहत रहुवे कि एह फिलिम का बाद बोरिया बिस्तर बान्ह के जौनपुर लवटि जईहऽ काहे कि अब हिन्दी सिनेमा में तहरा काम मिलल संभव ना हो पाई. उहे लोग आजु हमरा पर गर्व करेला कि ओहिज फिलिम से भोजपुरी के फिल्मोद्योग के दरजा मिलल आ भोजपुरी सिनेमा एक बेर फेर से जी उठल. इहे ना हमरे फिलिम कब होई गवना हमार नेशनल अवार्ड जीत के साबित कर दिहलसि कि हमनी के इंडस्ट्री रेत के महल ना हऽ बलुक पत्थर के बनल महल हऽ जवना के कवनो तूफानो हिला ना पाई. हमरा जीवन के आजो एके लक्ष्य बा भोजपुरी के तरक्की.

ई हमनी के दुर्भाग्य बा कि सरकार से कवनो सहायता नइखे मिल पावत जबकि हर क्षेत्रीय सिनेमा के ओकर सरकार प्रोत्साहित करेले. बे सरकारी प्रोत्साहन मिलले हमनी के सही विकास ना हो पाई.

आजु दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश अमेरिको भोजपुरी के मुरीद बन गईल बा आ मानत बा कि भारत से राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक, आ सांसकृतिक रुप से जुड़े खातिर सिरिफ हिन्दी आ अंगरेजी से काम ना चली. लोग के दिल के आवाज ओह लोग का दिल के भसे में सुनल जा सकेला. एह खातिर ओबामा बधाई के पात्र बाड़न. रउरा ई जान के खुशी होखी कि हम उनुका के भोजपुरिये में लिख के बधाई संदेश भेजले बानी. उहाँ के हमनी के भसे के ना हमनियो के सम्मान दिहले बानी. हमरा आशा बा कि हमनियो के सरकार हमनी के मनोभाव जल्दिये समुझी.

हम हमेशा अपना विचारन से आगाज कइले बानी. हमार हर कदम भोजपुरी के तरक्की खातिर उठेला. बिगबास का घर में बितावल नब्बे दिन में से एकहू दिन अइसन ना गईल रहे जहिया हम भोजपुरी के अपना अंदाज में गैर भोजपुरियन तक ले ना चहुँपवले होखीं. हमार हमेशा कोशिश रहेला कि भोजपुरी में निमन फिलिम बने आ हर साल राष्ट्रीय पुरस्कार जीते. एह दिसाईं हम एगो छोटहन प्रयास कइले बानी, बतौर निर्माता हमार बनावल पहिलका फिलिम बिहारी माफिया एही होली पर रिलीज हो रहल बा. हमार डायरेक्टर बबलू सोनी साँच घटना का आधार पर एगो संदेशप्रद फिलिम बनवले बाड़न जवना में मनोरंजनो बा. हमरा एह फिलिम से गलत राह पर कदम बढ़ा चुकल एकहू नवजवान अगर आपन कदम रोक लेव त हम अपना मकसद में अपना के कामयाब समुझब.

समाज एक दिन में ना बदले बलुक बुंच बुंद करके ई घड़ा भरे ला. बाकिर अइसनो लोग रहेला जे एह घड़ा में छेद करे का फिराक में लागल रहे ला. अगर हमनी का एकजुट रहेम त ओह लोगन के चाल कामयाब ना हो पाई. हमनी के इंडस्ट्री के आपन धारणा बदले के पड़ी कि बिना अश्लीलता के फिलिम ना चले. हमार फिलिम बिदाई एह बात के गवाह बा कि बिना अश्लीलता परोसलहूं फिलिम सफल हो सकेला. थियेटरन में मेहरारूवन के भीड़ से इहे बुझात बा कि ऊ लोग भोजपुरी फिलिमन से कबो अलगा ना भईल, हमनिये का ओह लोग के दुर कर दिहनी. बिदाई देख के समाज पर असर जरुर पड़ी. अब समय आ गईल बा कि हमनी का अइसनका फिलिम बनाईं जा जवन समाज के सही दिशा दे सको. हमार ई निहोरा निर्माता लोगन से बतौर निर्माता बा काहे कि अभिनेता का रुप में कबो कबो हमनी का निर्देशक निर्माता के बात माने खातिर मजबूर हो जाइले.

आखिर में रउरा सभ के होली के मुबारकबाद देत बानी आ अपील करत बानी कि अबकी होली में अइसनका रंग गुलाल अबीर के इस्तेमाल करीं सभे जवन स्वास्थ्य खातिर नुकसानदेह ना होखे. होली का हुड़दंग में गलत हरकत करे वालन से दूर रहे के चाहीं.

रउरा सभे के
रविकिशन


५ मार्च २००९ के मिलल