भोला बाबू

तोहार बिलवा

चुनाव में हार के राजनीति से बाहर भइल भोला बाबू सोचले, काहे ना कवनो बड़हन कंपनी ज्वायन कर लिहल जाव. उनकर सोझवा सार सलाह दिहलस कि, जीजा बिल गेट्स से तोहार एक हालि के भेंटो हऽ जब ऊ हिन्दुस्तान आइल रहे आ तू रेलमंत्री रहऽ. काहे ना ओकरे के चिट्ठी लिखत बाड़ऽ कि कवनो काम में लगा दित तोहरा के.

भोला बाबू के सलाह नीक लागल त चिट्ठी भेज दिहलें.

ओने से जवन जवाब मिलल ओकरा बाद भोला बाबू के उत्साह देखे लायक रहुवे. आनन फानन में पत्रकारन के बोलवलन आ कहलन कि उनका के कंप्यूटर जगत के सबसे बड़ कंपनी बोलावा भेजले बा कि आवऽ.

पत्रकार खरकोंचले स त कहले कि नइखे विश्वास होखत त सुनऽ लोग, चिट्ठिये पढ़ के सुना देत बानी. तोहरा लोग के मालूमे बा कि हम बीए एलएलबी हईं. आ राजनीति के जतना अनुभव हमरा लगे बा ओतना कमे लोग का लगे होखी. खासकर के मोटरसाइकिल से गाय भैंस एहिजा से ओहिजा भेजवावे में त हमार मुकाबिले नइखे. बिल गेट के चिट्ठिया अंगरेजी में बा एह से एक एक लाइन पढ़ के ओकर मतलबो बतावत जानी..

डियर भोला बाबू.... प्रिय भोला बाबू.

यू डू नाट मीट.... तू त भेंटे मुलाकात ना करऽ.

आवर रिक्वारमेंट... हमनी के जरुरत बा.

प्लीज डू नाट सेंड एनी फर्दर करेसपान्डेस... अउरी चिट्ठी चिट्ठियाँव करे के जरुरत नइखे.

नो फोन काल्स... फोनो कइला के जरुरत नइखे.

शैल बी इन्टरटेन्ड... तोहार पूरा खयाल राखल जाई.

थैंक्स.. धन्यवाद, चिट्ठी लिखला खाति

बिल गेट्स तोहार बिलवा.


स्रोत : यश के इमेल से रुपान्तरित