पिस्तौल- एगो प्रेम कहानी

२००८ के शुरुआत में कैमरामैन राकेश कुमार हमरा के फोन कइले आ एगो भोजपुरी फिल्म बनावे के इच्छा प्रकाश कइले. बहुत बढिया लागल काहे कि अलग तरह के कहानी, अलग सोच रहे उनकर. भोजपुरी में काम करे के ऑफर हमरा पहिलहू मिलल रहे लेकिन हम शुरुए से तय कइले रहीं कि हम मसालेदार फिल्म में काम ना करम. लेकिन सत्यजीत राय फिल्म इंस्टिट्यूट से कैमरा के कोर्स में स्नातक डिग्री प्राप्त राकेश से हमरा उम्मीद रहे कि ऊ अलग तरह के सिनेमा बनइहें. लेकिन शूटिंग के ठीक पहिले प्रोड्यूसर जी हाथ खडा कर देलें. अब का होई?

Poster of Pistol - Aego Prem Kahani

लेकिन राकेश के जज़्बा रहे कि सिनेमा तs बनइबे करम. दस बारह दिन में पैसा के खुद ही जुगाड़ करके अपना गाँव (समस्तीपुर के पास) जा के शूटिंग शुरू कर दिहलें. मार्च २००८ में शूटिंग ख़तम, फिर पैसा के जुगाड़, फिर पोस्ट प्रोडक्शन, सब हो गइल. फिल्म के परिणाम देख के हमरा खुशी भइल कि इ सिनेमा के संवाद अs गीत लिखके हम कवनो गलती ना कइनी(कम से कम अपना निगाह में).

Subrat and Maubani in Pistol - Aego Prem Kahani

लेकिन असली युद्ध शुरू भइल जब ऊ सिनेमा रिलीज़ करावे के खातीर लोगन से मिलल शुरू कइले. भाई जी, फिल्म तो अच्छी है, मगर कोइ स्टार नहीं है, सिर्फ चार गाने? भोजपुरी में कम से कम छे सात गाने तो होने ही चाहिए थे, एक्शन नहीं है, वगैरा वगैरा. फिर एक साल बाद जाके खुद ही रिलीज़ करावे पडल पिस्तौल- एगो प्रेम कहानी.

Subrat and Maubani in Pistol - Aego Prem Kahani

फिल्म के एगो प्रिंट बनावे में लगभग साठ हज़ार के खर्चा पड़ेला, एहीसे बस एगो प्रिंट के साथ समस्तीपुर के लक्ष्मी में बीतल २८ अगस्त के रिलीज़ भइल पिस्तौल - एगो प्रेम कहानी.

भैया जी, ई तs जानते रहीं कि जे लीक से हट के काम करी, ओकरा शुरू शुरू में तकलीफ तs उठावहीं पडी.

ओइसे फिल्म के रिपोर्ट बढ़िया बा.

पिस्तौल - एगो प्रेम कहानी में जमीन, मंगल पाण्डेय आ शौर्य में काम कर चुकल सुब्रत दत्ता, मशहूर जादूगर पीसी सरकार के बेटी आ तीन गो बांगला फिलिम में नायिका रह चुकल मौबनी सरकार, श्याम बेनेगल आ अपर्णा सरकार का फिलिमन में काम कर चुकल लालबाबू पण्डित, समस्तीपुर के उमेश श्रीवास्तव, पटना के रजनीश मुख्य किरदार में बाड़न जा. संगीत कल्याण सेन बराट के, गीत आ संवाद राकेश कुमार त्रिपाठी के बा, कहानी, कैमरा, निर्माण आ निर्देशन राकेश कुमार के हऽ जे सत्यजीत राय फिल्म आ टेलीविजन संस्थान से प्रशिक्षित हउवन आ देश के मूर्धन्य निर्देशकन का साथ काम कर चुकल बाड़े.


स्रोत : राकेश कुमार त्रिपाठी