पानी पियावत पियावत बन गइलें हीरो

Sanjay Singh

कहल जाला कि इंसान अगर मन में ठान ले त देर सबेर ओकरा सफलता मिलही के बा. छपरा जिला के परसा गाँव के संजय सिंह एकर एगो उदाहरण बाड़े.

भोजपुरी फिलिम गरदा गरदा कइले बाड़ू जबसे भइलू जवान से बतौर अभिनेता आवे आ आवते दर्शकन का दिलोदिमाग पर छा जाये वाला संजय सिंह राह काँट कूट से भरल रहल बा. परिवार का मर्जी का खिलाफ मुंबई चल दिहलें आ पेट भरे खातिर विलेपार्ले का अग्रवाल मार्केट में चपरासी के नौकरी तक कइलें. दिन भर आवत जात लोगन के पानी पिआवस आ रात में कुछ दोकानदारन का बचवन के अंगरेजी पढ़ावस.

पटना के अनुग्रह नारायण मेमोरियल कालेज से पढ़ाई करे वाला संजय सिंह पढ़ाई में तेज रहले से आपन हालात सुधरते पीआरओ के काम शुरु कर दिहले. काम ना जँचल त थियेटर से जुड़ गइले. पृथ्वी थियेटर के जनता पागल हो गई नाटक में जनता के किरदार कइलें जवना के ढेरे सराहल गइल आ संजय सिंह के आपन एगो पहिचान बने लागल. फेर प्रेस क्लब में कई गो शो कइलन आ दूरदर्शन के डीडी वन पर धारावाहिक वाह रे दुनिया में नायक के भूमिका में अइलें. फेर दक्खिन चल दिहलें जहवाँ कार्यकारी निर्माता का तौर पर फिलिम निर्माण में सहयोग देबे लगलन. ओहिजा ऊ जानल मानल अभिनेता विक्रम के लगभग सगरि फिलिमन में कार्यकारि निर्माता के काम करे लें. एकरा अलावे निर्माता मुकेश कुमार उनका के अपना भोजपुरी फिलिम गरदा गरदा कइले बाड़ू जबसे भइलू जवान में विनय आनन्द का साथे पैरलल अभिनेता बने के प्रस्ताव दे दिहलन. संजय सिंह प्रस्ताव के नकार ना सकलन.

गरदा गरदा कइले बाड़ू जबसे भइलू जवान फिलिम में संजय के भूमिका एगो माफिया के बा जे गलते काम करे वालन के आपन निशाना बनावेला आ सांच आ ईमानदार लोग के परेशान ना करे. फिलिम में संजय के नायिका का रुप में दिव्या द्विवेदी बाड़ी. एकरा अलावे संजय एगो अउरी फिलिम मोरा बलमा छैल छबीला साइन कइले बाड़े जवना में ऊ मुख्य नायक बाड़े. संजय अपना सफलता के राज जमीन से जुड़ल रहे के आपन आदत के बतावत कहेलें कि मेहनत आ लगन से सफलता जरुरे मिलेला.


स्रोत : प्रशान्त निशान्त