बताशा चाचा आ मनोज टाइगर

बताशा चाचा के जानीलें? ना! त निरहुआ रिक्शावाला फेर देख आईं. उहे फिलिम उनका के स्टार बनवलस आ देखते देखत बताचा चाचा के चरित्र गाँव गाँव गली गली लोकप्रिय हो गइल आ मनोज टाइगर में टाइगर नियर दहाड़े के ताकत भर गइल. आ पवन पुरवईया में त आदर्श जैन मनोज के सही मायने में जमीन से उठा के शिखर पर बइठा दिहलन.

Manoj Tiger

मनोज टाइगर के लोकप्रियता के आलम ई बा कि आधा दर्शक त इहे ना जानस कि बताशा चाचा के असल नाम का हऽ? ऊ त बस अतने जानेले कि ई आदमी बताशा चाचा हऽ. आ ई बात हम नइखी कहत, पवन पुरवईया के लेखक निर्देशक आदर्श जैन कहत बाड़े. आ अब त आदर्श जैन बताशा चाचा का नाम से एगो फिलिम के नामे पंजीकृत करा लिहलन जवना के सोलो नायक मनोजे टाइगर बाड़न. पवन सिंह का साथे पवन पुरवईया में दुहरी भूमिका कर चुकल मनोज टाइगर से उनका कैरियर का बारे में लमहर बात भइल त ओहिमें से कुछ अंश एहिजा दिहल जा रहल बा.

रउरा के आदर्श जैन सोलो हीरो बना दिहलन. कइसन लागऽता?

इहे लागऽता कि मेहनत सफल हो गइल. बड़ा पापड़ बेले पड़ल बा एह जगहा ले चहुंपे खातिर.

पवन पुरवईया का बाद के हंगामा बताईं

पवने पुरवईया के रिस्पांस देख के आदर्श जैन जी हमरा के लेके बताशा चाचा के एलान कइलन. फेर एम आई राज साहब के निर्देशित अपन माटी आपन देश आ गइल. एकर हंगामा अबहीं चलिये रहल बा आ राउर भाई मनोजो टाइगर बन के दहाड़ रहल बा. हमरा अपना निर्देशकन आ दर्शकन के बहुते शुक्रगुजार बानी जे हमरा के अतना प्यार दिहलें.

लोग त रउरा के कॉमेडियन समुझेला?

हँ, आ इहे सोच त बदले के बा. आदर्श जैन के दूगो फिलिम बताशा चाचा आ महादेव तोहर गंगा में हमार अलगा अलगा तरह के भूमिका बा, आपन माटी आपन देश वाले एमआई राज साहब के अगिलका फिलिम सईंया तोहरे कारण करत बानी. अमित चौहान के बताशा हवलदार, विभूति भूषण के चुनरी सम्भाल गोरी आ सूरज शाह के जीजी जी की जय हो. ई सब फिलिम देख के राउर राय हमरा बारे में बदल जाई. अबहीं तुरते जवन फिलिम आवे वाली बाड़ी सन ऊहमें सात सहेलियाँ आ देवरा बड़ा सतावेला बा. दुनु के निर्देशक राजकुमारे पाण्डै बाड़न. दुनु में रउरा हमार नया रुप देखब.

रउरा फिल्मी कैरियर में केकर बड़ सहयोग रहल बा?

मरद में मनिज ओझा आ औरत में आयशा जुल्का. ई दुनु ना मिलल रहतें त आज हम एगो सफल अभिनेता का रुप में ना मिलल रहतीं.

कइसे भला? तनी साफ साफ बताईं.

आजमगढ़ के हईं, इलाहाबाद, लखनऊ होत रयगमंच कलाकार का रुप में मुंबई आ चहुँपली. मंच के कलाकारन, निर्देशकन के का हालत बा रउरा सभे से छिपल नइखे. कड़की के दौर झेलत हम घर वापिस लवटहीं वाला रहीं कि एक दिन आयशा जुल्का हमार नाटक देखे आ चहुंपली. नाटक में हमार काम बढ़िया लागल त भेंट करे के कहली आ फेर कहली तुम काम करते जाओ, मैँ तुम्हारे पीछे खड़ी हूं. फेर त समुझीं हमरा जीवन दान मिल गइल. एही तरह लोगका मना करला का बावजूद मनोज ओझा जी हमरा के चलत मुसाफिर मोह लियो रे में का्ट कइलन आ ओकरा बादे हमरा हो गईल बा प्यार ओढ़नियावाली से मिलल आ हमार गाड़ी चल निकलल. हमार सौभाग्य बा कि हमार अबले रिलीज १९ गो फिलिमन में से १७ गो हिट भइली सन.

रउरा हिन्दियो सिनेमा में काम कइले बानी?

हँ, के॰डी॰ के पहिला फिलिम ये कैसी मोहब्बत में हम काम कइले रहीं बाकिर ऊ फिलिम चलल ना आ सभे गुमनाम रह गइल. एहमें हम फिल्म के नायक कृष्णा अभिषेक के दोस्त का भूमिका में रहीं. संजोग देखीं कि बाद में के॰डी॰, कृष्णा अभिषेक, आ हम तीनौ भोजपुरी में फिट हो गइनी जा आ हिटो हो गइनी जा. हँ आगे एगो हिन्दी फिल्म कालो कर रहल बानी जवना के निर्दशक बाड़े विल्स लुइस. ई एगो डे हॉरर फिलिम हऽ. डे हारर के मतलब कि दिने में डरावना घटना घटत बाड़ी सन. एहमें हम एगो बस कण्डक्टर का भूमिका में बानी.

निरहुआ का साथे राउर दोस्ती बड़ा गहिर हऽ, कवना चलते?

हमनी का एक दोसरा के सही आलोचक हईं जा एही से हमनी के दोस्ती लमहर समय से चलल आवऽता. ओढ़निया वालीआ रिक्शावाला का बाद निर्मातो लोग के हमनी के दोस्ती पसन्द आवे लागल बा. हमनी का सात सहेलिया आ शिवा में फेर साथेसाथ आ रहल बानी जा.

साथे साथ त जूनियरो निरहुआ का साथे आ रहल बानीं?

हँ आ ऊ फिलिम हियऽ निर्देशक असलम शेख के तू हो मोर बालमा, जवना के शूटिंग चल रहल बा.


स्रोत : शशिकान्त सिंह