मार देब गोली केहू ना बोली

तमंचा का बल पर अपराध के लहलहात फसल के दास्तान बतावत गंगा जल, अपहरण, आ अब तक छप्पन के भोजपुरिया वर्जन का रुप में जीतेश दूबे के भोजपुरी फिलिम मार देब गोली केहू ना बोली में अपराध जगत के कहानी साँच साँच देखावे के कोशिश कइल गइल बा.

A scene from Maar Deb Goli Kehu Na Boli

मार देब गोली केहू ना बोली में भोजपुरी सुपर स्टार रविकिशन एगो एनकाउन्टर किंग के किरदार कर रहल बाड़े जे बिहार से अपराध जगत के सफाया कइल चाहत बा. उनका नायिका का रुप में बाड़ी गुंजन पंत. ई जोड़ी पहिला बेर एह फिलिम में आ रहल बा. देखावल गइल बा कि कइसे खद्दरपोश नेता आपन मतलब साधे खातिर वर्दी के आपन गुलाम बना लिहले बाड़े कि चाहियो के प्रशासन कुछ ना कर पावे.

फिल्म के दोसर खास किरदार में रहीहें दीपक दूबे आ निर्देशित करीहें देशद्रोही के निर्देशित करे वाला जगदीश शर्मा आ निर्माण करा रहल बाड़ी पायल दूबे. दीपक दूबे के किरदार लोग के चउँका दीहि. ओह किरदार के मकसद बा हफ्ता भर गोली मारो महीना भर धुआँ फेंको. किरण कुमार एह फिलिम में मुख्यमंत्री के भुमिका करत बाड़े आ रंगमंच के चर्चित कलाकार सिद्धार्थ आ बृजेश त्रिपाठी अपना भूमिका से अपराध जगत के करिया सच उजागर करीहें. कल्पना शाहो के भूमिका चँउकावेवाली बा.

फिल्म के गीत विनय बिहारी के आ संगीत धनंजय मिश्रा के बा.


स्रोत : शशिकान्त सिंह