प्रेम कहानी १८५७ की

सन सत्तावन का गदर में ब्रिटिश हुकुमत मंगल पाण्डेय के गिरफ्तार करके आनन फानन में फांसी पर लटका दिहले रहे. सिपाहियन के बंदूक जमा करवा लिहले रहे आ तलवार दे दिहले रहे. शेर सिंह बनल वीरेन्द्र मिश्र, सूरज पांडे बनल बंटी तोमर, राधा बनल पूनम मिश्रा, सूबेदार सिहं का किरदार में राजू चौधरी, जंग बहादुर बनल ब्रह्मानंद, रेशमा बनल बीना सिहं आ कुलवीर का किरदार में कुलवीर सिंह एगो अंग्रेज आफिसर के खून कर के झाँसी के रानी का सेना में शामिल होखे खातिर भागत बाड़े. रास्ता में कंपनी सरकार का हमला में कुलवीर आ रेशमा मरा जात बाड़े. बाकी लोग घवाहिल हालात में एगो गाँव में शरण लेत बा जहाँ दुर्गा बनल राजेश्वरी दत्ता ओह लोग के इलाज करत बाड़ी. सूरज आ दुर्गा में लगाव हो जात बा. शेरो सिहं मनगुपुते दुर्गा के चाहत बा. एक दिन ऊ दुर्गा के सूरज का साथ प्यार में देख लेत बा आ ओकरा मन में विद्रोह पनप जात बा. ऊ कंपनी सरकार का सेवा में लवटि जात बा आ ओहिजा से पुलिस का साथे दुर्गा के ले जाये आवत बा जहाँ दुर्गा ओकर खून कर देत बिया आ सब लोग झाँसी का रानी का सेना में शामिल होखे चल देत बा.

Team of Prem Kahani 1857 Ki

एस के थियेटर प्रोडक्शन का बैनर में बनल एह फिलिम प्रेम कहानी १८५७ की के लेखक निर्माता आ निर्देशक संदीप तिवारी हउवें जे महाराजा आ गदर जइसन फिलिमन में अनिल शर्मा का सहायक निर्देशक क काम कर चुकल बाड़न. फिल्म में छह गो गाना बाड़ी सन जवना के लयबद्ध कइले बाड़े आर के पंडित आ अंजनी श्रीवास्तव. फिलिम के शूटिंग लखनऊ आ ओकरा अगल बगल कराव गइल बा. फिल्म के जनवरी २०१० में रिलीज कर देबे के प्लान बा.


स्रोत : शशिकान्त सिंह