बकसऽ ए बिलार मुरगा बाँड़ हो के रहीहें

Mahesh Pandeyभोजपुरी के स्टारफिल्म मेकर का रुप में चर्चित महेश पाण्डे के पहिलका फिलिम घर द्वार के दर्शक मनोरंजक फिलिम के दर्जा दिहलें. उनका दुसरकी फिलिम हम बाल ब्रह्मचारी तू कन्या कुँआरी आ तीसरकी फिलिम गबबर सिहं के आलोचक समीक्षक आ दर्शक सबका निगाह में नया प्रयोगधर्मी फिलिम मानल गइल. महेश पान्डे अब अपना कंपनी सिद्धि विनायक मीडिया इंटरटेनमे्ट का तहल निर्माता मुकेश पाण्डे का देखरेख में दू गो भोजपुरी फिलिम स्टार कलाकार पवन सिंह के ले के जोड़ी लागे रे कमाल आ सुपर स्टार मनोज तिवारी के ले के लाल लुग्गा बनावल शुरु कर दिहले बाड़न. एहसे उत्साहित महेश पांडे से एगो मुलाकात के बात एहिजा पेश कइल जा रहल बा.

रउरा के भोजपुरी के स्टार फिल्मकार कहल जाला. राउर फिलिम ई साबित करेली सन कि भोजपुरी सिनेमा में नया बदलाव के जरुरत बा.

अब हम नया प्रयोग का दिशाई कवनो डेग ना बढ़ाएब. देखेवालन के साफ सुथरा मनोरंजन दे सकीं, बस अतने उद्देश्य ले के फिलिम बनावत बानी.

रउरा फिलमन के त दर्शक से ले के समीक्षक तक सब केहू सरहले रहे. फेर नया प्रयोग से डर काहे?

अइसन करला से का फायदा जेकरा से घाटा होखो. हमार मानना बा कि गतिशील रहऽ बाकिर आप उर्जा बचा के.

लाल लुग्गा का बारे में कहल जा रहल बा कि आजु ले भोजपुरी में अइसन हॉरर फिलिम नइखे बनल.

जी हँ. ई गाँव कस्बा के घटन्त हऽ. जइसन कहानी बा, सभे बड़ी चाव से देखी. एह फिलिम के निर्माता मुकेश पाण्डे आ निर्देशक मंजुल ठाकुरो एह फिलिम के ले के पूरा उत्साह में बा लोग.

राउर कंपनी श्रीसिद्धिविनायक मीडिया इंटरटेनमेंट पहिला बेर भोजपुरी के सुपर स्टार मनोज तिवारी के ले के फिलिम बनावत बिया. कतना उत्साहित बानी रउरा?

बहुते रोमांचित बानी हमनी का. साँच कहीं त जे तरह हिन्दी फिलिमन में हर निर्माता के सपना होला कि ऊ अमिताभ बच्चन के ले के फिलिम बनावे, ओही तरह भोजपुरी के हर निर्माता के सपना होला कि ऊ मनोज तिवारी का साथे कम से कम एगो फिलिम जरुर बनावे. हमरो दिली तमन्ना लाल लुग्गा से पूरा हो रहल बा.

जोड़ी लागे रे कमाल ओ में त रउरा सुपर स्टार पवन सिहं के साइन कइले बानी?

जी हँ. आ हमरा खुशी बा कि हमार कंपनी पहिलका अइसन कंपनी हियऽ जवन भोजपुरी के सब बड़ स्टारन के ले के फिलिम बनवले बिया. चाहे ऊ सुजीत कुमार होखस भा आजु के पीढ़ी के सुपर स्टार मनोज तिवारी, रविकिशन, पवन सिंह, कृष्णा अभिषेक, विनय आनन्द, भा निरहुआ. दिनेश लाल यादव के त हम हमेशा आभारी रहब जिनका से साथ त छूट गइल बाकिर तबो जे फिलिम गब्बर सिंह में हमार हौसला खूब बढ़वलन.

रउरा त खुदे अतना बढ़िया निर्देशक हईं. फेर एह दुनु फिलिमन के बागडोर मंजुल ठाकुर का हाथ में काहे थमा दिहनी?

गब्बर सिंह का बादे हम तय कर लिहले रहीं कि अब हम भोजपुरी फिलिम ना निर्देशित करब. मंजुल ठाकुर के काम हम बृजवा में देखले बानी. कमाल के डायरेक्टर हवन मंजुल ठाकुर.

बाकिर लोग के त रउरा से बेसी के उम्मेद बा. राउर फिलिम त अउरी दमदार होखे के चाहीं.

एही से त सम्हर सम्हर के डेग धरत बानी. गब्बर सिंह आ हम बाल ब्रह्मचारी तू कन्या कुँआरी से जवन नया दरवाजा खुलल हम चाहब कि हमार अगिलका फिलिम ओह दरवाजा के नया राह से जोड़े.

कहल जाला कि भोजपुरी सिनेमा अव्यवस्था के शिकार होली सन. का रउरो अइसने मानीलें?

हँ. बाकिर हम दूध के जरल बानी मट्ठो फूंक के पियब.

छोटको पर्दा पर त राउर कंपनी दखल दिहले बिया. गंगा जमुना धारावाहिक का बाद नया का कर रहल बानी ?

कई गो प्रोजेक्ट पर काम चल रहल बा. धीरे धीरे रउरा सब पता लाग जाई.


स्रोत : शशिकान्त सिंह