हम का जानत रहनी हम्मर...

भोजपुरी के लोकप्रिय गायक, सुपर स्टार, आ इटीवी सिनेमा सम्मान में भोजपुरी के चमकत सितारा कहाये वाला मनोज तिवारी आजु भोजपुरी सिनेमा के बीग बी कहालें. उहे मनोज तिवारी अब भोजपुरी सिनेमा में अपना प्रतिद्वन्द्वी रविकिशन का तरह टीवी पर एंकरिंगो करे लागल बाड़े. पहिलका हालि ऊ नाइन एक्स पर बचवन के शो "चक दे बच्चे" में अभिनेत्री रोशनी चोपड़ा का साथे एंकर के भूमिका में बाड़े. मुंबई में शो का शूटिंग का दौरान उनुका से भेंट भईल त अपना खास अन्दाज में ऊ पूछल गईल सवालन के जवाब दिहलन. पढ़ीं कि ऊ कहलन का

तऽ का अब रवि किशन के टक्कर देबे के सोझ इरादा बना लिहले बानीं?

अरे ना जी. हम आ रवि किशन त कई फिल्मन में संगहूँ काम कईले बानी जा.

सुने में आवत बा कि रोशनी चोपड़ा आजुकाल्ह रउरा से नाराज चलत बाड़ी आ शो का अलावा रउरा से बातो ना करसु?

अइसन त कवनो बाति नईखे जी. बस कबो कबो उनुका से हमार तनी तकरार हो जाले, बस. हम ठहरलीं देसी खांटी आदमी आ कुछुवो बोल देबेनी. आ ऊ त एगो प्रतिभाशाली अभिनेत्री हई.

बाकिर आजु ले भोजपुरी के अभिनेत्रियन के ई दर्जा काहे ना मिलल?

कारण बा कि आजु भोजपुरी में काम करे वाली नायिका नईखी आवत जा. आजुवो हमनी का बालिवुडे का हीरोइनन से काम चलावत बानी जा. हमनी के पारम्परिक परिवार आजुवो अपना घर के लड़कियन के सिनेमा में काम करे के इजाजत नईखे देत. ओने दक्खिन भारत आ हिन्दी सिनेमा में अइसन बाति नईखे. मजा के बाति बा कि दक्खिन के नगमा आ रंभा जईसन हीरोइन आजु भोजपुरी में काम करत बाड़ी जा. एह घड़ी करीब दू सौ भोजपुरी फिलिम फ्लोर पर बाड़ी सन. रउरा लागत बा कि अतना जगहा बा? अब त उदित नारायण आ एकता कपूर जईसन बड़का नामो भोजपुरी से जुड़ गईल बा. हमनी का हिन्दी सिनेमा का तरह विदेशो में शूटिंग कतर बानी जा. करोड़न का लगत से बनल हिन्दी फिलिम नईखि चल पावत सन जबकि भोजपुरी फिलिमन के कारोबार निकहा बा. बाकिर हमरा दुख बा कि आजुवो मल्टीप्लेक्स सिनेमा हाल वाला लोग भोजपुरी फिलिमन खातिर उत्साहित नईखन.तबो स्पाइडर मैन से शुरुआति हो गईल बा. ओकरा डबिंगे पर करोड़न रुपिया खरच भईल. काहे कि लोग मानत बा कि भोजपुरी सिनेमा के विकास हो रहल बा. हम अपनहीं करीब पचास गो से अधिका फिलिमन में काम कर चुकल बानी जवना में से करीब चालीस गो से ऊपर फिलिम हिट रहल बाड़ी सन.

आ, राउर गीत? रउरा त गीतकार आ गायको हईं.

ना साहेब, हम जावेद अख्तर जईसन गीतकार थोड़े हईं. हमरा भीतर ऊ कूवत नईखे. ई अलगा बाति बा कि हम दू हजार से बेसी गीत गा चुकल बानीं आ ओह में से करीब बारह सौ गाना भोजुपरी सिनेमा में लोकप्रिय भईल बा.

बाकिर राउर लोकप्रियता हिन्दी टीवी आ सिनेमा में रवि किशन जइसन नईखे?

देखीं, ऊहाँ के हिन्दी सिनेमा में पहिले से काम करत बानीं. हम भोजपुरी में खाली ऊहें का साथ ना, बलुक बिग बी, हेमा जी आ अबहीं हालऽही में मिथुनो जी का साथे काम कइले बानी. ईहो शो हम एह चलते सकार लिहनी कि गजेन्द्र सिंह के हम पहिले से जानत रहीं. एक हालि वइसहीं उनुका से रियलिटी शो करे के जिकिर कर दिहले रहीं. अब जब एह शो के योजना बनल ट एकंर के भूमिका हमरा के दे दिहल गईल. आ अब हमरा हिन्दिओ दर्शकन का सोझा आवे के मउका मिल गईल.

मतलब, अब रउरा के लोग चीन्हे लागल बा?

शाएद. हम एगो किस्सा सुनावत बानी. हमरा फिलिम गंगोत्री के संगीत रिलीज कईल जात रहे जवना मउका पर बच्चन जी अपना पतोहु एश्वर्या जा साथे आईल रहीं. जब ऊहाँ के हमरा के भेंट करववनी त पुछनीं, इनका के जानत बाड़ू ? हम घबरा गईनी बाकिर तब हैरान हो के रह गईनी जब ऊहाँ का कहनी कि, आफ कोर्स, ये मनोज तिवारी हैं, भोजपुरी के सुपर स्टार!

बाकिर अब भोजपुरी सिनेमा के ऊ जलवा नईखे रहि गईल?

ना. दरअसल अब हर केहू थोड़ पईसा लगा के ढेर पईसा कमाए का फेर में लागल बा. भोजपुरी आजु देश के दोसरका बड़हन फिलिम उद्योग हो गईल बा बाकिर फिलिमन के कहानी आ पटकथा में कवनो बदलाव नइखे आईल. हमहूं अब कवनो फिलिम तबे करत बानी जब हमरा ओहमे कुछ अलगा बुझात बा. अबहियें कुछ दिन पहिले हमार सुभाष घई के मुक्ता आर्ट्स से बाति भईल बा.

अब आगा के का योजना बा?

अबहीं हाल ही में हम एगो फिलिम के शूटिंग पूरा कईनी हा आ अपना दू गो म्यूजिक अलबम पर काम कर रहल बानी.

रउरा का लागत बा? जवन सपना देखनीं तवन पूरा हो गईल?

अरे ना साहेब. हम त क्रिकेटर बने चाहत रहनी. बिहार का तरफ से रणजी में पाँच हालि खेलियो चुकल बानी. बाकिर जब देश खातिर चुने के समय आईल त मनोज प्रभाकर चुन लिहल गईलें. से हम क्रिकेटर बने के इरादा तेयाग दिहलीं बाकिर आजुवो हम मुंबई खातिर खेलेनी. अब अपना माई का आशिर्वाद से जवन बानी तवने सही बा.

अभिनेता बनि के कि गायक?

हम बिहार के कैमूर जिला के एगो छोटहन गाँव अतरवलिया में जनमलीं आ बनारस विश्वविद्यालय में पढ़ते में भोजपुरी में गावल शूरु कर दिहनी. तब हम का जानत रहनी कि हम्मर भविष्य में का बा. लेकिन जवने भईल निमन भईल. हम खुश बानी.

कोलकाता के हिन्दी दैनिक सन्मार्ग के प्रतिनिधि से बातचीत का आधार पर.