Shailesh Mishra

Texas, USA

कवि सम्मेलन - एगो अजीब घटना

शैलेश मिश्र

कवि सम्मेलन एगो अजीब घटना ह
मँच पर पहुँचेवाला माइक पकर लेला
आपन नाम औरी पता दिहले बिना
दूसर के सिकायत निस्संकोच करेला

कवि सम्मेलन एगो बिसेस सूचना ह
सबके पहिलहीं से अवार्ड के आसा बा
कवि जानल पहिचानल नाहियो होखे
बाह ! बाह ! ताली खूब बरसेला

कवि सम्मेलन एगो नया नाटक ह
कवि अपना के 'बच्चन के बाप' समझेलें
अपने जिनगी के राह से भट्कल लोग
दूसर के रास्ता दिखावत चलेलें

कवि सम्मेलन एगो निमन कल्पना ह
सच छुपा के सपना के सैर करावेलें
मनई-मेहरारू सपना में एतना खो जालें
बैठल- बैठल ही कुर्सी पर सूत जालें

कवि सम्मेलन एगो अंहोनी घटना ह
भीड़ जमा करे में महीना लग जाला
टिकट बेंचेवाला पूरा कोसिस करेला
न बिकेला त मुफ्त में भीड़ जुटावेला

कवि सम्मेलन एगो गजब गणित ह
कवि ज्यादा औरी कवयित्री कम होखेलें
सादी-ब्याह कईल ढेर कुँवार कम दिखेलें
मालुम न कवना मजबूरी में सांति से सुनेलें

कवि सम्मेलन एगो दिमागी परीक्षा ह
जवनो कुछु नया लगे झट से नोट कर लीं
कलम न होखे त टेपवा पर रेकॉर्ड कर लीं
अबकि बार न सही, कम से कम -
अगिला कवि सम्मेलन के तैयारी कर लीं


शैलेश कुमार मिश्रा,
डलास, टेक्सास, अमेरिका
शैलेश मिश्र के सगरी रचना ऊहाँ के निजी ब्लॉग पर भी मौजूद मिली.