भोला बाबू

बात पावर पावर के

परमाणु समझौता पर भोला बाबू से पूछनी कि एह समझौता का बाद भारत परमाणु बम फोड़ सकेला कि ना, त ऊ हमरा के एगो किस्सा सुना दिहलन. लीं रउरो सुन लीं.

एगो रेल रोड क्रासिंग वाली गुमटी पर तैनात केबिन मैन के सार एक दिन ओकरा ईहां आईल. बात चीत में कहलस कि का जीजा, ईहे काम बा तहार कि आवत जात गाड़ियन के झण्डा देखावल ? केबिनमैन के ताव आ गईल कहलसि, ना हो. हमरा त अतना पावर बा कि जवना गाड़ी के चाहीं तवने के रोक दीं. सार चुनौती दे दिहलसि, त अगिला गाड़ी के रोक के देखा दऽ.

अगिला गाड़ी संजोग से राजधानी एक्सप्रेस रहुवे. बात ताव के आ गईल रहे से केबिनमैन हिम्मत करिके लाल झण्डा देखाईये दिहलसि. राजधानी एक्सप्रेस के रुके के पड़ल. गार्ड दउड़त दउड़त आईल कि का हो गईल. केबिन मैन पूरा किस्सा सुना दिहलसि त गार्ड एक तमाचा लगवलसि आ चल दिहलसि राजधानी के हरियर झण्डा देखावे.

सार कहलसि, देखि लिहनी तहार पावर जीजा जी.

केबिन मैन कहलसि, बात पावर पावर के रहे. हमार पावर रहे कि गाड़ी रोक दीं, गार्ड आपन पावर देखवलसि आ तमाचा मार के चल दिहलसि.

हम त बुझिये गईनी कि का कहल चाहत बाड़न तबो साफ करावे खातिर पुछ दिहनी, साफ करिके बताईं भोला बाबू.

भोला बाबू समझवलन, भारत के पूरा हक बा कि ऊ जब चाहे बम विस्फोट करि सकेला. ठीक वइसहीं बाकी देशन के हक बा कि ऊ अपना हिसाब से भारत के सजाय दे सकस!