तस्वीर जिन्दगी के
(भोजपुरी गजल संग्रह)
मनोज 'भावुक'
25
काँट के साथ बा गुलाब, ए दोस्त
जिन्दगी के इहे हिसाब, ए दोस्त
आज तक पढ़ सकल कहाँ केहू
जिन्दगी के कठिन किताब, ए दोस्त
हम त गुमराह होके रह गइलीं
रह गइल अब त ख्वाब ख्वाब, ए दोस्त
जिन्दगी के भइल रहे बीमा
होत बा लाश के हिसाब, ए दोस्त
प्यार के बीज कइसे अँकुरेला
के दी एह प्रश्न के जवाब, ए दोस्त
प्यार खातिर त सच्चा दिल चाहीं
अब उतारऽ तू ई नकाब, ए दोस्त
===
< < List | <Back | Next>