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Tasveer Jindgi Ke

The Poet

A complete book : Tasveer Jindgi Ke

This collection of Gazals by Bhojpuri Poet Manoj Bhawuk was awarded the "Bhartiya Bhasha Parishad Samman 2006".

Anjoria is pleased to offer this book as a whole to it's readers.


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तस्वीर जिन्दगी के

(भोजपुरी गजल संग्रह)

मनोज 'भावुक'


26

अमन वतन के बनल रहे बस
हवा में थिरकन बनल रहे बस
इहे बा ख्वाहिश वतन के धरती
वतन के कन-कन बनल रहे बस

हजार गम भी सहे के दम बा
तोहार चाहत बनल रहे बस
बनल रहीं हम हिया में तहरा
हिया के धड़कन बनल रहे बस

रहे न केहू वतन में बेघर
रहे न केहू वतन में भूखा
सभे के रोटी, सभे के कपड़ा
सभे के जीवन बनल रहे बस

नजर में देखत पता लगा लीं
कि उनका मन के हिसाब का बा
इहे तमन्ना बा आखिरी बस
नजर के दरपन बनल रहे बस

हजार सपना सजा के मन में
निकल पड़ल बा सफर में 'भावुक'
सफर के मंजिल मिले, मिले ना
नयन में सावन बनल रहे बस

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