लाल साहब

बनकटा बाँध, बलिया फोन 09451192085

दुखड़ा

भ्रष्टाचार के ढोल बजा के, आपन गीत सुनावेलन,
खद्दर झारि के नेतवा सारे, जनता के भरमावेलन.

मतदाता के माल पियावें, मतदात भूखा नंगा.
कहें कि घर घर में बहवाइब सरकारी धन के गंगा.

जनता के त प्यास ना बूतल, आपन खेत पटावेलन,
खद्दर झारि के नेतवा सारे, जनता के भरमावेलन.

जाति धरम के आगो लगवलन, रिश्ता नाता लहकि गइल.
दंगा नंगा नाच देखावे, धूरतन के मन सहकि गईल.

मानवता के खून बहा के, नकली मेल करावेलन,
खद्दर झारि के नेतवा सारे, जनता के भरमावेलन.

भ्रष्टाचार के ढोल बजा के, आपन गीत सुनावेलन
खद्दर झारि के नेतवा सारे, जनता के भरमावेलन.

हत्या लूत अउर बलात्कार के, जनता पर तलवार चलल.
दल बदलू नेतवन के भईया, सत्ता के उपहार मिलल.

सोना के गगरी में भरि के, सभके जहर पियावेलन,
खद्दर झारि के नेतवा सारे, जनता के भरमावेलन.

जनता पूछे नेता से कि कहिया ले उद्धार होई,
नेता झूठ बोल के कहलन, जब हमरी सरकार होई.

सेज सजा संकट के फेर से, सुख के सपन देखावेलन,
खद्दर झारि के नेतवा सारे, जनता के भरमावेलन.

हर सरकार में होई घोटाला, डॉट तहलका का करीहें,
दूर्योधन आपरेशन हो या चक्रव्यूह हो, ना डरीहें.

जेवने इनकर भेद बताई, उनुके जाँच करावेलन,
खद्दर झारि के नेतवा सारे, जनता के भरमावेलन.

दल पार्टी के नीति अलग बा, नियत बाटे लूटहीं के.
मालमलाई मिल के बाँटे, जनता के बा घूंटही के.

भीतरा से कुल्ही एके बाड़न, उपरा से गरियावेलन,
खद्दर झारि के नेतवा सारे, जनता के भरमावेलन.