भोजपुरी साहित्य
- त बजट काहे खातिर होला
- नया कौनो ठौर देखे के पड़ी
- सबसे नीमन हमार गाँव हS
- कहत बाड़ी मंगरू के माई
- फगुआ बयार बहते जियरा पिराला
- कइसे खेलीं होली सँवरिया
- कच्चे तेल में पक्का प्यार हमार
- आ गइल बसंत | पइसे माई-बाप बा | हँसे के खरमास
- सतुइया रे
- हम तोहरा, तूँ हमरा मन में
- मजबूरी में किनाइये गइल कार
- अन्हार के समाजवाद
- ई राशिफल हमके जिए ना दी
- रोशनी करे के चाह
- कमल जब भी खिली
- सुष्मिता सान्याल के डायरी के अभय आनन्द पुरस्कार
- दोहा आ गीत संग्रह चलनी में पानी
- ए नवका साल में
- गजल
- जिन्दगी परदेशी के
- सूअर-ज़ुकाम (स्वाइन फ्लू)
- तीन गो कविता
- केकरा से बतियावल जाव
- डंका बज रहल बा
- संस्कृति-गीत
- स्कूल के एडमिशन
- शीत लहरा
- परदेश में
- ममता के का मोल?
- आपन दोष
- उधार के जिनगी
- बेटी
- वंदे मातरम्
- अब इयादि आवता लरिकाई
- कुछ पल कऽ साथ तऽ दऽ
- खुद पर लिखे क मन.
- नेताजी
- केतना बदल गइल ज़माना.
- नईहरवा छोड़े के पड़ी
- ट्रेड में सब फेयर होला
- छठी के त्योहार
- कंकाल के रहस्य - 12
- उजियार
- गउवा हमार
- नामाकरण
- बचपन के खेल
- मातृभाषा
- दवा कुछ बताईं ना
- नौ गो देवी गीत
- कंकाल के रहस्य - 11
- स्कूल के एडमिशन
- एकता
- नौ गो देवी गीत
- कंकाल के रहस्य - 10
- बाढ़ अउर सुखाढ़
- घुरहु चच्चा बनाम लेखक
- गाँव से शहर तक के रास्ता
- घुरहू चच्चा (भाग 3)
- कंकाल के रहस्य - 9
- कलयुग में चोर बेईमान
- जबसे तू देखलऽ बलम
- कुछ त रियायत होई
- आइल स्वाइन फ्लू
- गमछा पाड़े : कंकाल के रहस्य 8
- तीज के लहर फेरु आ गइल
- कबो चर्चा नाही होला ...
- स्वर्ग कऽ दरवाजा
- जमाना के रीत
- माया से बड़हन केहु ना
- स्वाइन गाइड
- पन्द्रह अगस्त
- आदमी, अदिमिये लेखा लउके...
- हे मुरलीधर किशन कन्हैया
- घुरहू चच्चा 2
- गमछा पाड़े : कंकाल के रहस्य 7
- घुरहू चच्चा
- सजन घर आवे के बेरिया
- आज भइनी हम पराई
- नगीना फुआ -3
- गमछा पाड़े : कंकाल के रहस्य 6
- भोजपुरी गायक
- बदलते भारत के तस्वीर में
- ज़माना बदले लगे त...
- नगीना फुआ -2
- विराम-चिह्न के आत्म कहानी
- गमछा पाड़े : कंकाल के रहस्य 4
- सुष्मिता सान्याल के डायरी - दूसरका भाग
- हंस घेराइल भँवर में बाटे
- समलैंगिकता पर मनोज भावुक के गीत
- कंकाल के रहस्य (तीसरका भाग)
- बहुरंगी चिरई अउरी तेनाली राम
- नगीना फुआ
- कंकाल के रहस्य (दुसरका भाग)
- गमछा पाड़े : कंकाल के रहस्य
- सुष्मिता सान्याल के डायरी
- साड़ी महिमा अपरम्पार
- हाय हमर जान
- गमछा पाड़े
- भोला भक्त झगरू
- झगरू
- लाइक माइंडेड, बाकिर डोंट लाइक माइंडेड
- अनुभव नेपाल जनआन्दोलन २००६ के
- गमछा पाड़े : सतवां भाग
- मन के बात
- जूता
- गमछा पाड़े : छठवाँ भाग
- चिरकुट निरपेक्ष एटीएम
- गमछा पाड़े
- माई हो, माई तोहार दिन कहिया?
- भोजपुरी दुगाना
- मय संसार रउरा घर में बा
- अस्सी बरिस के बाँका : बाबू वीर कुँअर सिंह
- पढ़ लिख के गदहा
- जब जगनी बिहान भइल
- हाय रे नेता !
- कुछ त दीप जरवले जा
- छोटा सा जिनगी संभाले में
- पुत्र मोह में जब जब केहु
- जब जगनी बिहान भइल
- हाय रे नेता !
- बिहान अब होई
- लइकी के दहेज
- गमछा पाड़े : भाग एक
- बिहान अब होई
- गमछा पाड़े
- पुण्य अउरी मंगलदायक परब रामनवमी
- मन में श्रद्धा के दीप जलाईं
- आपन काम करत जा बन्दे
- शव से मिलल शक्ति(नारी) शिव हो गईऽल
- समझ ना आवे के बा दुश्मन
- खुशखबरी
- नेहिया के जोर !
एकरा पहिले के रचना सूची बद्ध नइखे हो पावल. तबो नीचे दिहल एगो पुरनका सूची कुछ रचना तक चहुँपा सकेला
सामयिक लेख
भाषा
भोजपुरी लिखे पढ़े के कठिनाई आ काट
भोजपुरी कविता के अतीत आ वर्तमान
लोक गीतन में जीवन के निस्सारता