रामेश्वर प्रसाद वर्मा

कहें मिया रमजान सुनऽ हो रामजी भईल बलण्डर.

कहें मिया रमजान सुनऽ हो रामजी भईल बलण्डर.
आवे के रहलन धीया दमाद आ खतम हो गइल सिलिण्डर.
कहली तोहार भउजी कि अब काम चली ना भाई.
पहिले चाहीं गैस सिलिण्डर तब पाछे नमकीन मिठाई.
दउड़त गइलीं रेक्सा धइके, पहुँचली सहरसपाली.
डूबल रहे गैस गोदाम, लागल रहे कमर भर पानी.
ठलि ठालि के तुरत निकलनी, गैस सिलिण्डर सबसे भारी.
हम का जनलीं एहमें बाटे आधा गैस आ आधा पानी.
दउड़त हाँफत घरे आ के खुशी खुशी गोहरवलीं.
हम अपना रमजनिया के अपनापास बोलऽवनी.
देखु सिलिण्डर लेले बानी देख के केतना भारी
मर्जी चाहे गोश्त पकाउ चाहे छानूऽ पूरी तरकारी.
चलली गैस धरावे दुलहिन, कइली आन रेगुलेटर.
गैस त निकले कबो कबो बाकिर पानी चले बरोबर.
खतम भइल दियासलाई तबो जरल ना उनकर चूल्हा.
देर भईल लेहना पानी में रूसि के भागल दूल्हा.
बिजुली पानी गैस सिलिण्डर तीनो के बाटे दिकदारी.
ई तीनो मिल गईल त समझऽ, मिलल दुनिया सारी.
कहें मिया रमजान सुनऽ हो राम बनऽ हुसियार.
भोर में जागऽ, हीटर बारऽ, करऽ सरब भोजन तईयार.


रामेश्वर प्रसाद वर्मा,
द्वारा, मुक्ता डेण्टल लेबोरेटरी,
मालगोदाम एलआईसी रोड,
बलिया २७७ ००१
फोन ९४५२१०५३०१