६६,००,००,००,००,००० रुपिया हवा हो गइल!

Monday Mayhem at Mumbai!

सोमार, २१ जनवरी २००८, के अइसन बतास बहल कि शेयर में पूंजी लगावे वालन के छासठ खरब रुपया हवा हो गइल. कुछ लोग एकरा के कत्लेआम के नाम दे दिहल. हिन्दुस्तान का शेयर बाजार के इतिहास में पहिलका हालि अतना गिरावट देखे के मिलल.

हवा त पिछलके हप्ता से खराब हो गइल रहुवे जब रिलायन्स पावर के आइपीओ साढ़े दस गुना ओवरसबस्क्राइब हो गउवे. ओकरा खातिर पूंजी बिटोरे का चक्कर में बिकवाली के अइसन चक्का घूमल कि ब्रेके फेल हो गइल आ गाड़ी घाटी में ढिमला गइल. काल्हु ऊ लोग केनुओ ना लउकल जे कहले रहे कि बाजार पचीस हजार तक ले चढ़ सकेला. चढ़ा के हवा हो गइलें स!

हमार त हालत ई बा कि बाजार से निकला हूँ खरीददार नहीं हूँ. तबहियों कुछ बाति बतावे आ कहे में हिचक नइखे. बाजार गिरते उठत रहेला. जे आकाश में उड़ि ओकरा आजु ना काल्ह जमीनो धरे के पड़ सकेला. जवना बेहिसाब ढंग से सेन्सेक्स उधियात जात रहल हा तवना का खिलाफ हम त हर मउका पर अपना पाठकन के सावधान करत रहनी. हम हरमेश इहो कहनीं कि ई लमहर खेल हो सकेला!

का ई महज संजोग बा कि रिलायन्स पावर के आइपीओ के ओवरसबस्क्रिप्शन का दिने से बाजार गिरत चलि गइल आ काल्हु ले गिरते गइल. आजु का होई, बता ना सकीं. हो सकेला कि अबहीं आउरी गिरे काहे कि मार्जिन मनी के दबाव बढ़ गइल बा. दोसरे कमजोर करेजा वाला निवेशक भागि लिहन. बाजार में खरीददार ना लउकिहन त बाजार आउरी गिरबे करी.

हम त आजु फेर कहेम कि अगर टेंट में पूंजी बचा के रखले बानीं त निकाले के मउका आ गइल बा. धधा के ना, धीरे धीरे निखोरल शुरु कर दींहि सभे. बाजार के बाजीगरन से दूर रहीं. अफवाह पर कान मत दीं. अपना दिमाग का बूते फैसला करीं. जवन कम्पनी पिछला हप्ता ले बड़ा निमन रहल ऊ आजु अचके में खराब कइसे हो गइल? महँग खरीदे खातिर तइयार रहीं सभे त सहता में लेबे में कवन हिचकिचाहट? हँ, तनी सावधानी राखल जरुरी बा. एके हालि हबक मत लीं. मुँह में अटक सकेला. ओतने काटीं जतना चबा सकीलें! बाजार एके हालि में ना चढ़ जाई. धीरे धीरे गिरत उठत चढ़ी. मउका मिलत रही. बाकिर आजु के मउका बांव मत जाए दीं!

अगर भरोसा बा कि हिन्दुस्तान अपना बढ़न्ती पर बा त शेयर मार्केट तीन से पांच साल का भीतर रउरा के भरपूर फायदा दे दीहि. नइखे त बगइचा में डेरा जनि डालीं. घर का ओसारा में से तमाशा देखत रहीं. म्युचुअल फण्ड के सहारा लींहि. सोना खरीदीं. बैंक में जमा कर दीं. शेयर मार्केट कमजोर करेजा वालन खातिर ना हऽ!