लटकले त गइले बेटा...

Posted on 31 Mar 2008

हिन्दुस्तान के ट्रक बस आटो का पाछा बड़ा काम के नारा लिखल मिलेला. आदत बना लेम ओकनी के पढ़े के त बहुत कुछ काम के बात मिल जाई.

आजु ओहि में से एगो लाइन पकड़ के हम बात शुरु कर रहल बानीं. लटकले त गइले बेटा...

इ लाइन वइसे त साफ साफ कहत बुझात बा कि बस भा ट्रक का पाछा सीढ़ी ध के लटकला में गिरे के खतरा बा. कहीं हचका लागि आ अपने साफ फेंका जाएम.

बाकिर एकर दोसरो अर्थ निकाल सकीले. जइसे कि दोसरा का बात पर चलबऽ त डूबे के पूरा गुंजाइश रही. एहसे रउरा हमरा बाति पर मत चलेम. आपन राह हर आदमी अपने खोजेला.

सेंसेक्स धड़ाम धड़ाम हो रहल बा. अकसरहाँ सुने में आवत बा कि ब्लैक मंडे! आजुवो के ब्लैक मंडे कहल जा सकेला जब सेंसेक्स सवा सात सौ अंक नीचे गिर गइल.

केहू कहले बा

गिरते हैं सहसवार ही मैदाने जंग में,
वो तिफ्ल क्या गिरे जो घुटनो के बल चले.

जंग का मैदान में घोड़ा पर चढ़ले लोग गिरेला. पैदल चले वाला भा घुटना पर चले वाला कवहाँ गिरी? शेयर बाजार में अधिका मुनाफा कमाए के बा त अधिका जोखिम उठावे के पड़ी. जोखिम उठवला के मतलब इ ना होला कि रेल के पटरी पर मुड़ी रख दीं. जवने शेयर मन में आइल तवने खरीद लिहनीं, कतहीँ कवनो अफवाह सुननीं तुरते खरीद लिहनीं त डूबल पक्का बा. जोखिम उठाईं बाकिर दिमाग लगा के!

आजु काल्ह शेयर बाजार खरीदे लायक हो गइल बा. ढेर गिरे के सम्भावना नइखे लउकत.

शेर सुने आ सुनावे में बड़ा नीक लागेला, बाकिर जब शेर सामने आ जाला त पाजामा आगे से गीला आ पाछा से पीला हो जाला!

वइसहीं कहे वाला खातिर कहल आसान बा कि अब ढेर ना गिरी, बाकिर कहीं गिरिए गइल तब का होई? एहसे सोच सम्हर के खरीदी करीं. लोग का कहला पर मत जाईं.

शेयर में उहे पइसा लगावे के चाहीं जवना के अगिला दू चार साल ले रउरा जरुरत ना पड़ीं, भा दोसरा तरह से कहीं त शेयर में उहे पइसा लगाईं जवन रउरा गवाँ सकीले!

एक नम्बर वाली लाटरी का जमाना में कुछ लोग डबलियावे के तरीका आजमावत रहुवे. वइसहीं कुछ लोग शेयरो बाजार में करेला, एहिजा ओकरा के लिवरेजिंग कहल जाला. अब देखीं कि इ काम कइसे कइल जाला. मान लीं आजु रउरा कवनो शेयर खरीदनीं. बाद में ओकर दाम गिर गइल. अब कुछ लोग गिरल दाम पर पहिले से डबल खरीद लेला. एह कदम से आजु के खरीदल शेयर त कुछ महँग पड़ गइल बाकिर काल्हु के खरीदल शेयर के लागत कागज पर घट गइल. फेर गिर गइल त फेर डबल खरीद लिहनीं. बुझात बा कि कारू के खजाना हाथ लाग गइल बा! बुड़बक कहीं के! गिरत शेयर बाजार में आत्महत्या करे के इ सबले आसान तरीका हऽ. से खबरदार लिवरेजिंग कबहीं मत करीं.

दोसरे कबहीं बाजार के उल्टा मत चलीं. मतलब कि अगर बाजार कवनो शेयर के दाम गिरा रहल बा त जरुर कवनो बाति होई. अब ओह गिरत दाम के रउरा त सम्हार ना सकीं. त फेर ओकरा के खरीदे के बेवकूफी काहे? वइसहीँ अगर दाम उपर जा रहल बा त हड़बड़ी में शार्ट सेल करे के बेवकूफी जन करीं.

हमरा रउरा खातिर मुम्बई शेयर बाजार कम्पनियन के अलगा अलगा श्रेणी बनवले बा, ए, बी, एस, टी, जेड. एहमें से टी आ जेड क्लास के शेयर में सौदा करे के बेवकूफी कबहीं मत करीं. अपना पसन्द मोताबिक ए, बी भा एस क्लास के शेयर खरीद सकीलें.

अब सवाल उठत बा कि कवना कम्पनी के शेयर खरीदल जाव?

एकर जवाब बड़ा आसानी से दिहल जा सकेला बाकिर फैसला ओतना आसानी से ना कइल जा सके. अपना घर में देखीं कि रउरा कवना कम्पनी के उत्पाद इस्तेमाल कर रहल बानीं? ओकरा बाद तय करीं कि ओह उत्पाद से रउरा कतना संतुष्ट बानीं? दोसरे ओकर कतना माँग हो सकेला? एह तीन सवाल के जवाब अगर रउरा के संतुष्ट कर रहल बा त ओह कम्पनी के शेयर खरीद सकीलें आ खरीद के भूला जाईं! हँ जहिया लागे कि कम्पनी के सामान में खराबी आ रहल बा भा लोग ओकर शिकायत कर रहल बा त झट से ओकर शेयर बेंच घालीं.

एगो आउरी बात. हमेशा इयाद राखीं कि एह बाजार में मोह ममता ना राखल जाला. मोह अपना से राखीं आ आपन नफा नुकसान देखीं. कम्पनी का बारे में कम्पनी वालन के सोचे दीं. फायदा बुझाव त खरीदीं, ना बुझाव त बेंच दीं.

आ सबले अन्त में एगो काम के बाति. मान के चलीं कि रउरा से गलती से हो सकेला. अगर बुझाइल कि गलती हो गइल बा त तुरते सुधार लीहिं, ना त ऊ आउरी .... के घाव बन जाई ना देखावले बनीं ना छुपावले! अगर हमरा लगे पइसा रहित त आजु हम खरीददार रहतीं. अबहीं ना त पइसा बा ना शेयर. एहसे हम सिर्फ तमाशाई बानीं. हमार बाति सुनीं मानला के जरुरत नइखे. अपना दिमाग के इस्तेमाल करीं. काम के बाति रउरा खुदे तय कर लेम. हम कवनो कम्पनी के कवनो शेयर नइखीं रखले ना निकट भविष्य में खरीदे के प्लान बा! हँ जहिया खरीदेम तहिया रउरा के जरुर बता देम कि काहे खरीदनीं हँ!