अब जब क्रिकेट के भगवान सचिन तेदुलकर अपना सन्यास के एलान कर दिहले बाड़न त उनुका के देश के माथ नागरिक सम्मान “भारत रत्न” देबे के माँग फेरू तेज हो जाई.
आजु ले भारत रत्न कवनो खिलाड़ी के नइखे दीहल गइल. पिछला दिने एकरा नियम में संशोधन क के खेल के एगो वर्ग बना दीहल गइल आ खिलाड़ियनो के भारत रत्न देबे के राह खोल दीहल गइल. आ ई सगरी कवायद सचिने के सम्मान करे खातिर भइल. बाकिर दिलचस्प ई बा कि जेकरा ला सगरी कवायद भइल आजु ले ओकरा के ई सम्मान मिलल ना. स्वाभाविक बा कि उनका के भारत रत्न से सम्मानित करे के माँग फेर जोर पकड़ी.
सला 2011 मे जब सचिन के भारत रत्न से सम्मानित करे के आवाज उठावल गइल रहे त एकर भरपाई करे ला सचिन के राज्यसभा सदस्य बना दीहल गइल.
सबले बड़का सवाल सरकार का सोझा ई बा कि पहिला बेर कवना खिलाड़ी के भारत रत्न दीहल जाव. सबले पहिला हक वइसे हाकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के होखे के चाहीं ना कि क्रिकेट के भगवान सचिन के.
(वार्ता)
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