नई दिल्ली/गांधीनगर, 12 अगस्त (आईएएनएस). गुजरात में भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईपीएस) के अधिकारियन आ राज्य सरकार का बीचे चलत विवाद पर केन्द्रीयय गृह मंत्री पी. चिदम्बरम काल्हु शुक का दिने कहलन कि यदि अधिकारी केन्द्र सरकार से कहसु त केंद्र सरकार एह मामिला में दखल दे सकेले. बाकिर ओह लोग के कुछ कहला बिना केन्द्र सरकार कुछ ना कर सके.
चिदम्बरम के एह बयान पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कांग्रेस पर आरोप लगवले बिया कि ऊ राज्य सरकार का खिलाफ साजिश रचत बिया. ओने गुजरात सरकार के प्रवक्ता कहले बाड़न कि गृहमंत्री राज्य के अधिकारियन के बगावत खातिर उकसावत बाड़न.
भाजपा नेता अरुण जेटली के एह मसला पर कहना बा कि “केंद्र सरकार बड़का भाई ना ह जे ऊ एह मामिला में दखल देव.” ऊ इहो कहले कि राज्य सरकार के कर्तव्य होला कि अपना अनुशासनहीन अधिकारियन का खिलाफ
कार्रवाई करे. जेटली केंद्रीय गृह मंत्री के बयान के भाजपा सरकार के अस्थिर करे वाला केंद्र के कोशिशन के ‘दस्तावेजी सुबूत’ बतवलन, कहलन कि एहमें तनिको संदेह नइखे रहि गइल कि कांग्रेस पार्टी अउर केंद्र सरकार अनुशासनहीनता के प्रोत्साहित करे के कोशिश करत बाड़े. ऊ इहो कहलन कि यदि कांग्रेस एह मामिला में दखल दिहल जारी रखलसि त दुनु पार्टियन का बीच विवाद के ई एगो गम्भीर मुद्दा हो जाई.
ओने कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी रहस्य उजागर करे वाला अधिकारियन के हिफाजत करे खातिर केंद्र सरकार के दखल के मांग कइले. कहले कि “ई सब कुछ इशारा करऽता कि हताश गुजरात सरकार सच्चाई छुपावे राखे खातिर बेसी मेहनत करत बिया आ हमार मानना बा कि भारत सरकार अउर सर्वोच्च न्यायालय के रहस्य उजागर करे वाला अधिकारिये के सुरक्षा सुनिश्चित करे खातिर सक्रिय होखे के पड़ी.”
एह बीच राज्य सरकार के प्रवक्ता के कहना बा कि “जानबूझ के अधिकारियन का बारे में एइसन बतावे के कोशिश हो रहल बा कि न्यायालयन अउर आयोगन का सोझा गवाही दिहला का चलते ऊह लोग के दंडित कइल जा रहल बा. जबकि वास्तविकता एह से उलट बा काहे कि ऊ जांच अधिकारी के सीडी नइखन दिहले आ जांच में बाधा डलले बाड़े.”
प्रवक्ता के मुताबिक, “राज्य सरकार जांच आयोग का सोझा शर्मा के गवाही के कबहियो विरोध ना कइलसि आ ना ही सर्वोच्च न्यायालय के नियुक्त विशेष जांच दल (एसआईटी) का सोझा पेश होखला पर आपत्ति कइलसि.” दुनु प्रवक्ता कहले बाड़न कि “कांग्रेस पार्टी के नजरिया देश के संघीय प्रशासन खातिर खतरा बा आ अइसनका अधिकारियन के हिफाजत करे खातिर कांग्रेस पार्टी अपील करके राज्य सरकार का खिलाफ विद्रोह भड़कावे खातिर ऊह लोग के उकसवले बिया.”
बतावे लायक बा कि गुजरात के तीन गो आईपीएस अधिकारी संजीय भट्ट, राहुल शर्मा आ रजनीश राय मोदी सरकार पर आरोप लगवले बाड़न कि ऊ ओह लोग के आपन शिकार बनावत बिया. एह तीनो के कहना बा कि साल 2002 के दंगा आ कथित फर्जी मुठभेड़ मामिला में राज्य सरकार कार्रवाई ना कइलसि.
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस
0 Comments