भोजपुरी इलाका में बचवन का बीच ई कहावत बहुते सुने के मिलेला कि चाचा चोर भतीजा पाजी, चचा का सिर पर जूता बाजी. ई कहावत आजु यूपी के सरकार चलावत समाजवादी पार्टी पर सटीक बइठल बा.
चाचा शिवपाल आ भतीजा अखिलेश का बीच असली पावर केकरा लगा बा एकरा ले के अइले दिन रस्साकसी होत रहेला. यूपी के बदनाम अपराधी नेता मुख्तार अंसारी के गोल कौमी एकता दल सपा में मिलवा दीहले रहलें शिवपाल सिंह यादव . एह पर नाराज अखिलेश के मनावे ला एह बिलइला के तब रद्द क दीहल रहे बाकिर चचा भतीजा का बीच भीतरे भीतर दाँव पेंच चलत रह गइल. मंगल का दिने ई दाँव पेंच सीमा पार क गइल. पहिला चोट कइलन अखिलेश आ चचा के चमचा दू गो मंत्रियन के बर्खास्त क दीहलन. दिन ढलत दोसरका चोट कइलन कि यूपी के मुख्य सचिव दीपक सिंहल के हटा दीहलन. एह चोट से तिलमिलाइल शिवपाल सिंह यादव मुलायम सिंह यादव के कवनो कमजोर नस के दबा दीहलन आ मुलायम सिंह यादव आनन फानन अपना बेटा अखिलेश सिंह यादव के सपा के प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दीहलन.
सपा में आपह कुरसी छीनइला का बाद अखिलेश फेरु चोट मरलन आ शिवपाल सिंह यादव के महज परती जमीन के मंत्री रहे दीहलन. सगरी मालदार विभाग से शिवपाल सिंह यादव के विदाई हो गइल बा. सबेर होखे में अभी देर बा आ एह लमहर राति के भोर होखत होखत कुछ अउर धमाका हो जाव त अचरज ना होखे के चाहीं.
राजनीति में कुछऊ असंभव ना मानल जाव. जब बाप बेटा का बीच तलवार खींचा गइल बा त एकरा पर गहन विचार जरुरी हो गइल बा. अतना त मान लेबे के पड़ी कि मुलायम सिंह के कवनो कमजोर नस शिवपाल का हाथ में बा आ मुलायम शिवपाल के कहला का बाहर ना जा सकीहें. एह हालत में पार्टी पर काबिज शिवपाल गुट अखिलेश यादव के कुरसीओ छीन लेव त अचरज ना होखी.
एह शतरंजी चाल में अखिलेश भाजपो से हाथ मिला सकेलें. ई सौदाबाजी शायद भाजपो के सही लागी आ ऊ अखिलेश के भाजपा में शामिल करा के मुख्यमंत्री पद के उमेदवारो बना के आपन गोटी लाल क सकेले. भाजपो खातिर यूपी के चुनाव जीवन मरण के सवाल बनि गइल बा. आ सपा आ बाप के आश्रय से बेदखल हो गइला का बाद अखिलेशो का लगे दोसर चारा ना रही.
सबेर होखत होखत बहुत कुछ हो सकेला.