भोजपुरी फिल्मों के नंबर वन खलनायक संजय पांडे का जलवा आनेवाले साल में भी खूब दिखेगा. इस साल भी संजय पांडे की एक से बढ़कर एक भोजपुरी फिल्में पर्दे पर दर्शकों का मनोरंजन करेंगी. वर्ष 2012 में संजय पांडे की बीस से ज़्यादा फिल्में प्रदर्शित होंगी जिसमें वे मुख्य खलनायक होंगे. संजय पांडे की इन फिल्मों के कैप्टन हैं टॉप टेन निर्देशक. संजय पांडे की वर्ष 2012 में आने वाली फिल्में हैं जगदीश शर्मा की ‘एक बिहारी सौ पर भारी’, राजकुमार पांडे की ‘गंगा के सौगंध’, हैदर काजमी की ‘कालिया’, मुकेश पांडे की ‘सपूत’, निर्माता जे.पी. सिंह की ‘बजरंग’, शंभू पांडे की ‘गुलाम’, जितेश दुबे की ‘यादव पान भंडार’, ‘मुन्नी बदनाम भईल सईयां तोहरे खातिर’, अजय गुप्ता निर्देशित ‘पागल प्रेमी’, ‘बुलंदी’, ‘हार ना पाई प्यार हमार’, ‘राजा के रानी से प्यार हो गईल’, ‘कईसन पियवा के चरित्तर बा’, ‘गजब सीटी मारे सईयां पिछवाड़े’, फहीम खान की अगली फिल्म ‘रंग दे प्यार के रंग में’, ‘कहीं दिया जले कहीं जिया’, ‘सईयां अरब गईले ना’ तथा निर्देशक शाद कुमार की फिल्म ‘आज के गौतम गोविंदा’ प्रमुख हैं.
इन फिल्मों में सजय पांडे अलग-अलग लुक में नज़र आयेंगे. इन बीस फिल्मों में कई फिल्मों की जहां शूटिंग पूरी हो गई है वहीं कई फिल्मों की शूटिंग चल रही है. कुछ फिल्में फ्लोर पर जल्द ही जा रही हैं. वैसे आपको बता दूं कि वर्ष 2011 में भी संजय पांडे ने नंबर वन खलनायक की कुर्सी पर अपना कब्ज़ा बरक़रार रखा था. उनकी फिल्में ‘ट्रक ड्राईवर’, ‘दिलजले’, ‘दुश्मनी’, ‘होत बा जवानी जियान मोरे राजा जी’ तथा ‘मैं नागिन तू नगीना’ ने सफलता का रिकार्ड बनाया था. संजय पांडे अपनी आने वाली फिल्मों से काफी उत्साह में हैं. वे साफ कहते हैं मैं आज जो कुछ भी हूं भोजपुरी की बदौलत हूँ. मैं अपनी सफलता के लिए भोजपुरी के तमाम निर्माता, निर्देशक, टेक्नीशियन तथा दर्शकों का आभारी हूं.
(स्रोत – शशिकान्त सिंह, रंजन सिन्हा)