एके साधे सब सधै, सब साधे सब जाय.
ई कहाउत अब पुरान हो गइल बा. जमाना मल्टीटास्किंग के बा से एके साथ बहुते कुछ साधे के कोशिश होखे लागल बा.
आजु शनिचर के दिने देश में हो रहल लोकसभा चुनाव के आखिरी डेग उठ गइल बा. मोदी रिकार्ड चुनाव प्रचार कइला का बाद आपन स्फुर्ति फेरु वापस पाए का कन्याकुमारी जा के विवेकानन्द शिला स्मारक के ध्यान केन्द्र में साधना करत बाड़न. आ उनुका साधना से विपक्षी ओही तरह परेशान हो गइल बाड़ें जइसे पुरनका जमाना में ऋषि मुनियन के तपस्या से आसुरी ताकत हलकान हो जात रहली सँ. मोदी के साधना के जतना प्रचार कांग्रेसी कर दिहलें ओतना त शायद भाजपा सोचलहूं ना होखी. कहे वाला कहत बाड़न कि अपना साधना से मोदी हिन्दूवन के साधे में लागल बाड़न. स्वामी विवेकानन्द के स्मारक पर ध्यान धर के पश्चिम बंगाल के चुनाव प्रभावित करे में लागल बाड़ें.
एह चलते कांग्रेसी वकील चुनाव आयोग का दफ्तर ले चहुँप गइलेें कि या त मोदी के साधना रोकल जाव, ना त मीडिया पर रोक लगा दीहल जाव कि ऊ साधना के टेलीकास्टिंग मत करे. बाकिर भुला गइल लोग कि मोदी कार्पेट बाम्बिंग करवावेलन. एह दू दिन में इंगलैण्ड में राखल 100 मेट्रिक टन सोना हिन्दुस्तान वापस आ गइल, रसोई गैस के दाम घटा दीहल गइल आ जीडीपी के रिकार्ड नम्बर के खबर आ गइल. विपक्ष के एहू ला चुनाव आयोग जाए चाहत रहुवे कि सोना दू दिन बादो आ सकत रहुवे, रसोई गैस के दाम एक दिन बादो घटावल जा सकत रहुवे आ जीडीपी के आंकड़ा आजु साँझु ले इन्तजार कर सकत रहुवे. बाकिर ना. मोदी सरकार त हर तरह से आजु के 57 सीट साधे में लागल बिया.
नाई नाई बाल कितने ? हुजूर तुरते गिन देत बानी !
किरिन डूबते देश के सगरी टीवी चैनल आपन आपन एक्जिट पोल ले के आ जइहें. जवन चैनल एक्जिट पोल करवावे के खरचा बचावल चाहत रहल से पोल आफ पोल्स ले के आ जाई. हरदी लागी ना फिटकिरी बाकिर रंग चटकाह आ जाई !
सुनबरन को तीनो ढूंढ़े कवि कामी अउर चोर.
दुनिया भर के सरकार आपन आकलन कइलहीं होखिहें, चुनाव का बाद ओकरा के अउर तरतीब में ले आवे के सोचिहें. विपक्ष एह बात पर धेयान लगवले रही कि अपना हार के ठीकरा केकरा पर फोड़ल जाव. पक्ष एह बात पर नजर टिकवले रही कि आंकड़ा का कहत बा. पढ़े केहू फर्स्ट हमहीं आएब का तर्ज पर उनुकर कोशिश होखी कि जीते केहू सरकार हमहीं बनाएब. कंपनी आपन गोटी लाल करे के योजना बनइहें त निवेशक तय करे के कोशिश कि सोमार का दिने का खरीदल जाव, का बेचल जाव. ऊ बेचारा एमपी ना खरीद सकेलें, ना बेच. ई काम त कांग्रेस के सरकार एक जमाना में खुलेआम क के देखा चुकल बिया. बाकी लोगो एह मामिला में अनइस ना पड़ी बाकिर जे धराइल ना से साधु, जे धरा गइल से चोर !
आ आजु के चुनाव में त बड़का-बड़का नेता लोग के जोर आजमाइश हो रहल बा. वाराणसी से प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, गोरखपुर से रवि किशन, मिर्ज़ापुर सीट से अनुप्रिया पटेल, ग़ाज़ीपुर से अफ़ज़ल अंसारी, बलिया से नीरज शेखर आ प्ंजाब से 13 सीटन पर आआपा के किस्मत लिखाए वाला बा आजु. देखल जाव जेठ के बड़का मंगल का दिने का फैसला आवत बा, जय श्री राम आ कि राम नाम सत्य है.
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