मनोज तिवारी
मनोज तिवारी जब पहिलका एलबम गवलें “बगल वाली जान मारे ले” त भोजपुरी एलबमन के पूरा बाजार खड़ा हो गइल. मनोज तिवारी के भोजपुरी फिल्म “ससुरा बड़ा पईसावाला” से भोजपुरी सिनेमा हिंदी सिनेमा के समानांतर खड़ा हो गइल आ अब जब मनोज तिवारी पहिला बेर कवनो हिंदी फिल्म में गवलें त ओह गाना के धूम भारते ना दुनिया भर में मच गइल. ई फिल्म ह “गैंग्स ऑफ वासेपुर” आ गाना ह “जीयऽ ए बिहार के लाला”. हर जगह एह गाना के तारीफ होखत बा आ गाना पूरा दुनिया में हिट हो चुकल बा.

बिहार आ झारखण्ड क पृष्ठभूमि पर बनल एह फिल्म के ताना बाना कोयला माफिया पर बुनाइल बा आ एही चलते एह गाना खातिर अनुराग कश्यप मनो ज तिवारी के चुनलन आ उनुकर फैसला सही साबित हो गइल. एह सफलता से निर्माता, निर्देशक त खुश बड़ले बाड़ें संगीतकार स्नेहा खेवलकरो पूरा उत्साहित बाड़ी. गीत के सफलता के श्रेय ऊ गीतकार पियूष मिश्रा के देत बाड़ी. मनोजो तिवारी एह सफलता के श्रेय गीतकार आ संगीतकार के देत बाड़ें आ एह मौका खातिर अनुराग कश्यप के आभार जतवले बाड़ें.

वासेपुर के विरोधी बिहारी आ झारखंडी ना हउवें : मनोज
फिल्म “गैंग्स ऑफ वासेपुर” आ अनुराग कश्यप के विरोध करे वालन के मनोज तिवारी बिहार आ झारखंड के दुश्मन बतवलें. पिछला बियफे का दिने जामताड़ा शिव मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में चहुँपल मनोज तिवारी कहलन कि एह जगह के त ऊ पहिले नामो ना सुनले रहलें. अइसनका में मानहानि क बातो कइल बेकार बा. पत्रकारन से कहलन कि एह विवाद क हवा जन दिहल जाव. मनोज तिवारी खुशी जतवलें कि वासेपुर दुनिया भर में चरचा में आइल बा. जे लोग वासेपुर के नाम पर विवाद खड़ा करत बाड़ें ऊ एहिजा के समस्या सामने नइखे आवे दिहल चाहत. कहलन कि फिल्म के मनोरंजक बनावे ला कुछ मसाला जरूर डालल जाला भले ऊ फिलिम कतनो वास्तविकता पर बनल होखे.


(शशिकांत सिंह रंजन सिन्हा के रपट)

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By Editor

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