आधी आधी रतिया के कुहुके कोइलरिया
राम बइरिया भइले ना मोरा अँखिया के निंदिया.
पुरुब के देसवा गइलें
मतिया मराई हो गइले
ई निरमोहिया भइले ना…
पूरबी गीतन के जनक आ सम्राट कहाए वाला कवि गीतकार महेंदर मिसिर जी के अद्भुत रचना दीपाली सहाय का आवाज में सुनि के मन गदगदा गइल !
गरमी का मौसम, आधी रात का समय और कोयल की कूक… किसी भी प्रेमी को पागल कर देने वाला अनुभव…पूर्वी सम्राट माने जाने वाले महेंदर मिसिर जी की अद्भुत रचना!🙏🙏🙏
पूरा गीत हमार यूट्यूब चैनल पर #bhojpurireels #mahendarmisir #bhojpuriclassicswithdeepalisahay #bhojpurireels #bhojpurisong pic.twitter.com/8TvgTYTrnZ
— Deepali Sahay (@DeepaliSahay) April 11, 2024
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