प्रोडक्शन मैनेजर से निर्देशक बने के संघर्षमय सफर

by | Apr 9, 2010 | 0 comments

गोरखपुर के शाद कुमार भोजपुरी फिल्मोद्योग में आपन एगो पहिचान बना लिहले बाड़न. उनका निर्देशन में बने वाली ढेरे फिल्मन में से पहिलका फिल्म ह त्रिनेत्र. त्रिनेत्र में धर्मेश, विनय आनन्दम विजयलाल यादव, सीमा सिंह, सपना, पंकज केसरी जइसन मँजल कलाकार काम कर रहल बाड़े आ एह फिलिम के खूब चरचा हो रहल बा. बड़हन पैमाना पर एकर शूटिंग चल रहल बा आ गाना त पहिलही लोग का जबान पर बइठगइल बाड़ी सँ

Director Shad Kumar

अपना बारे में बतावत शाद कहेलें कि गोरखपुर से पढ़ाई कइलन. ओहिजे के सरकारी अस्पताल में कम्पाउन्डरिओ करत रहलें. सपना रहे डाक्टर बने के. कंपटिशनो दिहलें बाकिर रिजल्ट खराब हो गइल त भाग के मुंबई चल अइलें. एहिजा कुछ जानपहिचान वाला गाँव जवार के लोग का लगे रहे लगलन. ऊ लोग फिल्मन से जुड़ल रहे से शादो के काम मिल गइल. पहिला बेर कमल मुकुन्द के फिल्म नर्गिस के प्रोडक्शन मैनेजर के काम मिलल रहे. काम पसन्द ना रहे काहे कि झूठ ढेर बोले के पड़त रहे. फेर कैमरामैन बनलन चहलन आ सहायक का तौर पर कम से कम तीस पैंतीस गो फिल्म कइलन. सोचस कि अइसे कतना दिन ले चली. ढेरे फिल्म में कैमरा मैन के काम कइला से निर्देशनो के तजुर्बा मिले लागल रहे. माटी के सौगन्ध के हीरो धर्मेश से बात कइलन कि उनका लगे एगो बढ़िया स्क्रिप्ट बा आ ओह पर मिल के काम कइल जाव. धर्मेशो तइयार हो गइलें आ त्रिनेत्र के शुरुआत हो गइल.

एह फिल्म का बारे में बतावत शाद कहलें कि एगो सामाजिक संदेश दिहल गइल बा एह फि्लम में कि बहू के बेटी लेखा समुझी.महतारी आ भउजाई के इज्जत करे वाला लड़िका मेहरारू का बहकावा में आके ओह लोग के मान सम्मान भुला जाला उहो देखावल गइल बा त्रिनेत्र में बतवलें कि फिल्म के आठो गाना बड़ा मेहनत से बड़हन बड़हन सेट लगा के फिल्मवले बाड़े जवना में एगो मुजरो शामिल बा. कहलें कि जड़ से धीरे धीरे उपर उठला का चलते यूनिट के हर सदस्य का साथे उनुकर मित्रवत संबंध रहल. फिल्म त करीब एगारह आना पूरा हो गइल बा. एही बीचे एगो अउरी फिल्म के मुहुर्त हो गइल बा आ कुछ दोसरो फिल्मन के बात चल रहल बा.

शाद के पूरा भरोसा बा कि मेहनत आ इमानदारी से काम कइला के सुफल एक ना एक दिन जरुरे मिलेला आ उनुको मिलबे करी.


(स्रोत : खालिद)

Loading

0 Comments

Submit a Comment

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

अँजोरिया के भामाशाह

अगर चाहत बानी कि अँजोरिया जीयत रहे आ मजबूती से खड़ा रह सके त कम से कम 11 रुपिया के सहयोग कर के एकरा के वित्तीय संसाधन उपलब्ध कराईं.
यूपीआई पहचान हवे -
anjoria@uboi


सहयोग भेजला का बाद आपन एगो फोटो आ परिचय
anjoria@outlook.com
पर भेज दीं. सभकर नाम शामिल रही सूची में बाकिर सबले बड़का पाँच गो भामाशाहन के एहिजा पहिला पन्ना पर जगहा दीहल जाई.


अबहीं ले 11 गो भामाशाहन से कुल मिला के छह हजार सात सौ छियासी रुपिया के सहयोग मिलल बा.


(1)
अनुपलब्ध
18 जून 2023
गुमनाम भाई जी,
सहयोग राशि - एगारह सौ रुपिया


(3)


24 जून 2023
दयाशंकर तिवारी जी,
सहयोग राशि - एगारह सौ एक रुपिया

(4)

18 जुलाई 2023
फ्रेंड्स कम्प्यूटर, बलिया
सहयोग राशि - एगारह सौ रुपिया


(7)
19 नवम्बर 2023
पाती प्रकाशन का ओर से, आकांक्षा द्विवेदी, मुम्बई
सहयोग राशि - एगारह सौ रुपिया


(11)

24 अप्रैल 2024
सौरभ पाण्डेय जी
सहयोग राशि - एगारह सौ रुपिया


पूरा सूची


एगो निहोरा बा कि जब सहयोग करीं त ओकर सूचना जरुर दे दीं. एही चलते तीन दिन बाद एकरा के जोड़नी ह जब खाता देखला पर पता चलल ह.


संस्तुति

हेल्थ इन्श्योरेंस करे वाला संस्था बहुते बाड़ी सँ बाकिर स्टार हेल्थ एह मामिला में लाजवाब बा, ई हम अपना निजी अनुभव से बतावतानी. अधिका जानकारी ला स्टार हेल्थ से संपर्क करीं.
शेयर ट्रेडिंग करे वालन खातिर सबले जरुरी साधन चार्ट खातिर ट्रेडिंगव्यू
शेयर में डे ट्रेडिंग करे वालन खातिर सबले बढ़िया ब्रोकर आदित्य बिरला मनी
हर शेेयर ट्रेेडर वणिक हैै - WANIK.IN

Categories

चुटपुटिहा

सुतला मे, जगला में, चेत में, अचेत में। बारी, फुलवारी में, चँवर, कुरखेत में। घूमे जाला कतहीं लवटि आवे सँझिया, चोरवा के मन बसे ककड़ी के खेत में। - संगीत सुभाष के ह्वाट्सअप से


अउरी पढ़ीं
Scroll Up