भउजी हो !
का बबुआ ?
डॉलर के चढ़ल नीमन होला कि खराब ?
शेयर के दाम गिरल नीमन होला कि खराब ?
ई का भउजी, सवाल का जबाब में सवाले ठोकत बाड़ू ?
सवाल नइखीं ठोकत. सवाचत बानी कि रउरा जानल का चाहत बानी.
हम त इहे पूछनी हऽ कि डॉलर के चढ़ल नीमन होला कि खराब ?
कवना नजरिया से ? केकरा नजरिया से ? कवना संदर्भ में ?
भारत के आर्थिक हित का नजरिया से.
राउर खेला हमहूं बुझिले. हमरा से बतियाइले आ जा के अपना अँजोरिया पर अँजोर कर आइले. आखिर भोजपुरी में आर्थिक चर्चा कइला से का फायदा ? भोजपुरी में त गीत-गवनई, खेत-खरिहान, कविता-कहानी से ऊपर कुछ होला ना.
एहिसे त भोजपुरी में ऊ कइल चाहत बानी जवन अबहीं ले ना होत रहल.
डॉलर के चढ़ल नीमन होला कि खराब ई एह पर निर्भर करत बा कि रउरा आयातक हईं कि निर्यातक. बाहर से कुछ खरीदे के बा कि बाहर कुछ बेचे के बा. कुछ लोग खातिर डॉलर के चढ़ल नीमन होला ल कुछ लोग ला खराब. टीक वइसहीं जइसे बरखा कोंहार के धंधा ला खराब हो सकेला, कुछ देर ला, बाकिर कोइरी का धंधा ला नीमन हो सकेला, कुछ देर ला. कहले जाला कि ना अति बरखा, ना अति धूप / ना अति बोलता, ना अति चुप. दुनिया में रहे के बा त एक दोसरा से कारोबार करहीं के पड़ी आ तब मुद्रा विनिमय के सहारा लेबहीं के पड़ी. आ एही खातिर रिजर्व बैंक नजर गड़वले राखेला. अगर सीमा से बेसी दाम चढ़ी त ऊ डॉलर बेचे लागी आ सीमा से बेसी गिरी त खरीदल शुरु कर दी. आ आखिर में फेरु सवाचल चाहत बानी कि फोरेक्स में ट्रेडिंग त नइखे करे लगलीं ?
सोचत त बानी. तरह-तरह के ट्रेडिंग में ई सबले लोकप्रिय आ सुरक्षित ट्रेडिंग मानल जाला.
से त ठीक बा बाकिर तबहियें ले जब ले रउरा सही स्टॉपलॉस लगा के करत बानी आ अपना पूंजी के प्रबंधन कड़ाई से करत बानी. काहें कि फोरेक्स ट्रेडिंग में लिवरेज बहुते बेसी मिलेला. कम पूंजी लगा के बहुते बेसी कमा सकीलें बाकिर दाँव उल्टा पड़ी गइल त घर-दुआर बिकातो देर ना लागी.
भउजी, तू त सेबिओ के चाची लेखा बतियावत बाड़ू. बाकिर जान के खुशी मिलल कि तोहरा एकरो जानकारी रहेला.
चमचई कइला से कवनो फायदा नइखे काहें कि हम रउरा के कुछ बतावे वाला नइखीं. जीतब त आपन पीठ ठोकब बाकिर हारब त हमरे पर दोस लगा देब.
ना भउजी, अइसन ना होखी. अगर कुछ बता सकऽ त बतईह जरुर.
देखल जाई, बाकिर फीस देबे के पड़ी.
एकर उमेद मतिए रखीहऽ भउजी, काहे कि हमनी के आदत हो गइल बा मुफ्तखोरी के.
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