नयी दिल्ली, 13 दिसम्बर (वार्ता) अपना महिला इन्टर्न वकील संगे गलत यौन.व्यवहार के आरोपी आ उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश रहल ए. के. गांगुली के पश्चिम बंगाल मानवाधिकार आयोग का अध्यक्ष पद से हटावे के माँग आजु लोकसभा में उठावल गइल.
शुरुआत कइली नेता विपक्ष सुषमा स्वराज आ उनकर समर्थन कइले तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंद्योपाध्याय. एह सवाल पर चरचा ला सुषमा स्वराज प्रश्नकाल टारे के प्रस्ताव दिहले रही जवना पर स्पीकर मीरा कुमार कहली कि एह पर चरचा करे के मौका दीहल जात बा एहसे प्रश्नकाल मत रोकवावसु.
आपन बात कहत सुषमा स्वराज कहली के हद त ई हो गइल बा कि आए दिन मीडिया, न्यायपालिका के शीर्ष पद पर बइठल लोग आ धर्माचार्यो लोग के नाम एह तरह के कुकरम से जोड़ाए लागल बा. एह क्रम में उ तरुण तेजपालो के नाम लिहली. कहली कि न्यायाधीश रहल ए. के. गांगुलीओ प लागल आरोप के सु्प्रीम कोर्ट के तीन सदस्यीय बोर्ड पहिला नजर में सही पवले बा, बाकिर न्यायमुर्ति गागुली आपन इस्तीफा नइखन देत.
सुषमा के कहना रहे कि एह तरह के कुकर्म करे वाला के ओकरा हैसियत का हिसाब से सजा मिले के चाहीं. जतन बड़ हैसियत ओतने बेसी सजाय.
तृणमूल सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय सुषमा स्वराज के मांग के पुरजोर सर्मथन कइलन आ न्यायमूर्ति गांगुली के बर्खास्त करे के मांग कइनन.
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