खेल रत्न पुरस्कार भइल मेजर ध्यानचंद का नामे, छनछनाईल कांग्रेस

(टटका खबर, शनीचर, सावन अन्हरिया चतुर्दशी, 2078 विक्रमी)

सही समय पर सही चोट करे में पीएम मोदी के कवनो सानी नइखे. जब पूरा देश हॉकी खिलाड़यन के शानदार प्रदर्शन पर उछाह में आइल बा त पीएम मोदी एलान क दिहलें कि अब खेल जगत के सबले बड़हन पुरस्कार के नाम राजीव गाँधी खेलरत्न पुरस्कार ना हो के मेजर ध्यानचंद खेलरत्न पुरस्कार होखी.
सरकार के एह फैसला पर कुछ देर ले त कांग्रेसी खेमा में सन्नाटा छा गइल. उगिलत आन्हर, निगलत कोढ़ी वाला अंदाज बन गइल रहुवे कांग्रेस खातिर. अगर एह फैसला के विरोध करत बिया त देश में गलत संदेश जाई आ अगर विरोध नइखे करत त मोदी सरकार अउरी आगहूं जा सकेले. एही छनछनाहट के दौर में कांग्रेसी तय कइलें कि अब गुजरात के नरेन्द्र मोदी स्टेडियम आ दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम के नाम बदलवावे के आवाज उठावल जाव. बुड़बकन के मालूम नइखे कि अइसन मांग उठा के ऊ मोदी का जाल में अझूराइल जात बाड़ें. अगर मोदी फैसला कर लेस त देश भर के स्टेडियमन से जवाहर लाल, इन्दिरा गाँधी, अउर राजीव गाँधी के नाम हटवावे के फैसला हो सकेला.

तू डाल-डाल हम पात-पात वाला अंदाज में मोदी सरकार काल्हु लोकसभा में आपन दू गो महत्वपूर्ण विधेयक पारित करवा लिहलसि आ कांग्रेस समेत विपक्ष चिल्लाते रहि गइल. जान जाईं कि विपक्ष आए दिन मोदी का जाल में अझूरा के उहे करेला जवन मोदी ओकरा से करवावल चाहेलें. जब संसद के मानसून सत्र एगो मौका रहुवे जब विपक्ष सरकार के कोरोना, तेल के दाम आ अउरी समस्या पर सवाल उठा के सरकार के घेर सकत रहुवे तब ऊ पेगासस के मुद्दा आ आढ़तियन के आंदोलन का समर्थन में हल्ला मचावल शुरु कर दिहलसि. सरकार के फजीहत होखे से बचा लीहल गइल आ एही बीच कई गो अइसनो विधेयक पारित करवा लिहलसि सरकार जवन विपक्ष के कबहूं नीक ना लागी. कांग्रेस समेत सगरी विपक्ष सही समय पर गलत जगहा आ मुद्दा का साथे हो जाला आ मोदी सरकार के काम आसान करा देला.
काल्हु लोकसभा में कराधान कानून (संशोधन) विधेयक 2021 आ केंद्रीय विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक 2021 पारित करा लीहल गइल.

अपने चाल में अझूरा गइल चीन. समुझले रहुवे कि ई उहे कांग्रेसी भारत हवे जवना के हड़का के आ चंदा के टुकड़ा देके ऊ आपन काम बना लेत रहुवे. ओकरा हुड़की का चलते तब के पीएम मनमोहन के हिम्मत ना होत रहुवे कि ऊ अरुणाचल प्रदेश के दौरा कर सकसु भा सीमा पर सड़क बनवा सकसु. मोर्चा पर मुकाबला कइला के त बाते छोड़ दीं. अब चीन के भारत के बात सुने के पड़त बा. काल्हु ऊ लद्दाख का इलाका के गोगरा से आपन सेना पीछे हटावे पर मान गइल आ ओह इलाका में बनावल आपन रक्षा निर्माण भसा दी. भारतो के सेना अब अपना पुरनका जगहा पर चल जाई. हालांकि अबहीं देप्सांग अउर हॉट स्प्रिंग इलाकन में दुनु देशन के सेना एक दोसरा का सामनं खड़ा बाड़ी सँ.

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