– ओमप्रकाश अमृतांशु
हम बच्चा हिंदुस्तानी
आगे-आगे बढ़ब जा.
आगे-आगे बढ़ब जा.
पीछे ना मुड़ब जा .
पीछे ना मुड़ब जा .
उषा के किरणन संग जगना,
हर मुश्किल से लड़ना,
सिखलीं मस्त पवन से,
ना कबो केहू से डरना.
हम नन्हा हईं तूफानी.
आगे-आगे बढ़ब जा.
आगे-आगे बढ़ब जा.
पीछे ना मुड़ब जा.
पीछे ना मुड़ब जा.
बा जिगर फौलादी आपन,
फुल से मुस्कान.
रोम-रोम में जोश-जूनून बा,
लाखो बा अरमान.
हम देके हर क़ुरबानी.
आगे-आगे बढ़ब जा.
आगे-आगे बढ़ब जा.
पीछे ना मुड़ब जा.
पीछे ना मुड़ब जा.
ओमप्रकाश अमृतांशु युवा चित्रकार आ भोजपुरी गीतकार हऊवन. इनकर सृजित कलाकृतियन के देश में आयोजित होखे वाला अखिल भारतीय चित्र -प्रदर्शनियन में नई दिल्ली ,वराणसी, जोरहट , धनबाद, पटना,आरा आदि शहरन में देखावल जा चुकल बा. राज्य – स्तरीय चित्र प्रदर्शनी, आरा के आयोजन समिति के सदस्यो रहल बाड़े आ. दर्जनों नुक्कड़ चित्र –प्रदर्शनियों में भागीदारी आ एकरा अलावे देश के प्रतिष्ठित पत्र –पत्रिका में रेखांकन प्रकाशित हो चुकल बा.
इनकर लिखल गीत भोजपुरी गायिका देवी आ पूजा गौतम अपना स्वर से सजा चुकल बाड़ी. साथही मशहुर चित्रकार भुवनेस्वर भास्कर के बहुचर्चित परफार्म “परिणति ” के गीत- लेखनो में सहयोगी रहल बाड़े.
बहुते सुन्नर!
मजा आ गइल बच्चा लोगन के देश- भक्ति गीत पढ़ के .
भोला
very good .
का बात..का बात। बहुते सुन्नर-मुन्नर अउर ओजस्वी गीत। आभार।
बा जिगर फौलादी आपन,
फुल से मुस्कान.
रोम-रोम में जोश-जूनून बा,
लाखो बा अरमान.
VERY GOOD.
बहुत अच्छा देश-भक्ति गीत बा .