पप्पू का बाद अब चुरइल बनावे के तइयारी

by | May 31, 2019 | 0 comments

दक्खिनपंय़ी जमात का हाथे सोशल मीडिया के अइसल ताकत आ गइल बा जवना के सुगठित इस्तेमाल क के ऊ नीमन नीमन लोग के हवा बिगाड़ सकेलें. कवनो बाति देश भर में कम से कम समय में पसार देबे के ताकत के पहिलका नमूना ओह दिन देखे के मिलल रहुवे जब अचके पूरा देश में गणेश जी के मूर्ति दूध पीए लागल रहलें. बाद में जबले ओकर वैज्ञानिक जानकारी सामने आवे तब ले करोड़ो लोग मन्दिरन में उमड़ पड़ल रहुवे. तनिका सोचीं कि अगर एह ताकत के इस्तेमाल से कवनो बड़हन बवाल करावे में इस्तेमाल होखे तब का होखी, कइसे सम्हारल जाई ओह अफवाह के ?

फेर एही ताकत के इस्तेमाल क के एगो भल सोझवा मनई के पूरा देश पप्पू बना दिहलसि. आ शायदे अब कवनो बाप महतारी अपना लइका के पप्पू का नाम से बोलाई. ठीक ओही तरह जइसे महाविद्वान दशानन के नाम रावण शायदे केहू के नाम में सुने के मिलेला. अलग बाति बा कि पप्पू बना दीहल गइल मनई के मानसिक विकास ओही सीमा ले भइल बा कि ओकरा पर ई लेबल सटावल बहुते आसान रहल.

अब एगो औरत के चुरइल घोषित करे के साजिश चालू बा. रउरो सभे देखले होखब कि करीब करीब हर गाँव-मोहल्ला में एक ना एक आदमी भा ओरत अइसन रहेला जेकरा के भर गाँव रिगा रिगा के पगला दिहले रहेला. ओकरा के कवनो नाम से भा दोसरा तरीका से खोंच खोंच के एह सीमा ले अँउजा दीहल जाला कि ऊ रिगावे वालन के ढेला मारे लागेला आ लोग के मनसाइन करे के एगो खेल मिल जाला.

अब पश्चिम बंगाल के मुख्य मंत्री के चुरइल धोषित करे के खुलेआम साजिश कइल जा रहल बा. बेचारी के जय श्रीराम कहि कहि के अतना अँछजा दिहले बा लोग कि ऊ बेचारी जय श्री राम सुनते चिनचिनाए लागल बाड़ी. खुलेआम सोशल मीडिया पर बतावल जा रहल बा कि चुरइल के पहिचान का ह ? आ जवाबो बतावल जा रहल बा कि ऊ उज्जर साड़ी पहिरले रहेले आ राम जी के नाम सुनते खिसिया जाले. आ एकरा साथही बाकायदा अइसन हवा बना दीहल गइल बा जवना में कवनो ना कवनो आदमी धीरे से भा जोर से चिल्ला देत बा – जय श्री राम. आ ममता गाड़ी रोक के कूद पड़त बाड़ी आ लागल बाड़ी गरिआवे.

सबले जरुरी बा कि ममता रीगल छोड़ देसु आ दोसर जरुरत बा कि एह तरह के कोशिश से एगो भल औरत के पगलावे के साजिश पर रोक लगावल जाव. दिक्कत इहे बा कि जय श्री राम बोले से केहू के रोकल ना जा सके. ममता या त एह पर रीगल छोड़ देसु चाहे अपना मर्जी के कवनो नारा लगा के एकर जवाब दे देसु. बाकिर एकरा के रोकल ममता छोड़ दोसरा का हाथ में नइखे. लोग तबे ले तोहरा के सुना सुना के जय श्री राम कहल करी जब ले तू रीगत रहबू. रीगल बन्द क द, लोग रिगावल छोड़ दी. ना त देर सबेर तोहरा के चुरइल के पर्यायवाची बनावे से केहू रोक ना सके.

देखिए इस बानों को,जय श्री राम शब्द सुनते ही ऐसे बौखला गई जैसे कोई इन्हें गाली दे रहा हो

लगता है बानों नकली हिन्दू हैं असल में यह कोई मुल्ली हैं,यह कल का वीडियो है

ऐसा लग रहा है जैसे मोदी जी को वापस सत्ता में आते देख कर अपना मानसिक संतुलन खो चुकी हैं।

विनाश काले विपरीत बुद्धि। pic.twitter.com/ZpeXtfTdk3— Sandhya Pandey (@Sjp1007) May 31, 2019

Loading

0 Comments

Submit a Comment

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

अँजोरिया के भामाशाह

अगर चाहत बानी कि अँजोरिया जीयत रहे आ मजबूती से खड़ा रह सके त कम से कम 11 रुपिया के सहयोग कर के एकरा के वित्तीय संसाधन उपलब्ध कराईं.
यूपीआई पहचान हवे -
anjoria@uboi


सहयोग भेजला का बाद आपन एगो फोटो आ परिचय
anjoria@outlook.com
पर भेज दीं. सभकर नाम शामिल रही सूची में बाकिर सबले बड़का पाँच गो भामाशाहन के एहिजा पहिला पन्ना पर जगहा दीहल जाई.


अबहीं ले 11 गो भामाशाहन से कुल मिला के छह हजार सात सौ छियासी रुपिया के सहयोग मिलल बा.


(1)
अनुपलब्ध
18 जून 2023
गुमनाम भाई जी,
सहयोग राशि - एगारह सौ रुपिया


(3)


24 जून 2023
दयाशंकर तिवारी जी,
सहयोग राशि - एगारह सौ एक रुपिया

(4)

18 जुलाई 2023
फ्रेंड्स कम्प्यूटर, बलिया
सहयोग राशि - एगारह सौ रुपिया


(7)
19 नवम्बर 2023
पाती प्रकाशन का ओर से, आकांक्षा द्विवेदी, मुम्बई
सहयोग राशि - एगारह सौ रुपिया


(11)

24 अप्रैल 2024
सौरभ पाण्डेय जी
सहयोग राशि - एगारह सौ रुपिया


पूरा सूची


एगो निहोरा बा कि जब सहयोग करीं त ओकर सूचना जरुर दे दीं. एही चलते तीन दिन बाद एकरा के जोड़नी ह जब खाता देखला पर पता चलल ह.


संस्तुति

हेल्थ इन्श्योरेंस करे वाला संस्था बहुते बाड़ी सँ बाकिर स्टार हेल्थ एह मामिला में लाजवाब बा, ई हम अपना निजी अनुभव से बतावतानी. अधिका जानकारी ला स्टार हेल्थ से संपर्क करीं.
शेयर ट्रेडिंग करे वालन खातिर सबले जरुरी साधन चार्ट खातिर ट्रेडिंगव्यू
शेयर में डे ट्रेडिंग करे वालन खातिर सबले बढ़िया ब्रोकर आदित्य बिरला मनी
हर शेेयर ट्रेेडर वणिक हैै - WANIK.IN

Categories

चुटपुटिहा

सुतला मे, जगला में, चेत में, अचेत में। बारी, फुलवारी में, चँवर, कुरखेत में। घूमे जाला कतहीं लवटि आवे सँझिया, चोरवा के मन बसे ककड़ी के खेत में। - संगीत सुभाष के ह्वाट्सअप से


अउरी पढ़ीं
Scroll Up