एगो पुरान कहानी सुना के एह खबर के शुरुआत कइल चाहत बानी. दू गो भाई एके साथ रहलें बाकिर एक जने मांसाहारी त एक जने शाकाहारी रहलन. एह चलते अलगा परिवार ना होखला का बावजूद दुनु जने के थरिया बरतन अलग-अलग रहुवे. एक दिन मांसाहारी भाई गलती से कहीं भा दबंगई देखावे का फेर में शाकाहारी भाई का थरिया में मीट खा लिहलसि. ई सुनते शाकाहारी भाई खीसी अंगार हो गइलन आ कहलन कि तू हमरा थरिया में मीट खइलऽ त हम तहरा थरिया में गूह खाएब.
लोकसभा चुनाव में अकेलहीं बहुमत के लकीर पार कर चुकल भाजपा के मंत्रिमंडल में एनडीए का साथियनो के राखे के फैसता भइल. 18 गो सांसद वाला शिव सेना आ 16 गो सांसद वाला जदयू के एक एक गो कैबनेट मंत्री बनावे के तय भइल रहुवे. शिव सेना त हँसी खुशी मान गइल बाकिर नीतीश बाबू के ई बाति नागवार गुजरल. एक तरह से ऊ जायजे बाति कहलन कि मंत्री पद गोल के सांसदन का अनुपाल में मिले के चाहीं. ओह हिसाब से शिवसेना आ जदयू के दू दू गो मंत्री होखल चाहत रहुवे. नीतीश के शिकायत एहू पर बा कि उनुका जदयू के मनचाहा विभाग ना दे के सांकेतिक मौजूदगी दीहल जात बा. एह चलते ऊ एलान क दिहलें कि जदयू राजग एनडीए में त बनल रही बाकिर मंत्रीमंडल मं शामिल ना होखी.
पिछला लोकसभा चुनाव में जीतल बिहार के दू गो जदयू मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, अउर दिनेश चंद्र यादव के, आ लोजपा के पशुपति कुमार पारस का इस्तीफा दिहला से खाली जगहन के भरला का साथही मंत्रिमंडल विस्तार के मौका मिल गइल नीतीश कुमार के. आ ऊ लगले हाथ भाजपा से हिसाब किताब बराबरो क लेबे के फैसला क लिहलन. आजु सबेरे बिहार के राजभवन में राज्य के नीतीश मंत्रिमंडल के विस्तार करत मंत्रियन के किरिया धरावल गइल बाकिर एह विस्तार में ना त भाजपा के ना लोजपा के एको पद बढ़ावल गइल.
आजु जवन लोग मंत्री बनल ओहमें जदयू के अशोक चौधरी, श्याम रजक, बीमा भारती, नरेंद्र नारायण यादव, संजय झा, रामसेवक सिंह, लक्ष्मेश्वर राय आ नीरज कुमार के नाम शामिल बा.
0 Comments