भोजपुरी भाषा के संवैधानिक मान्यता दिआवे खातिर मांग करत एगो भोजपुरी प्रतिनिधि मंडल पिछला दिने यूपी के राज्यपाल राम नाईक जी से मिल के उनुका के आपन मांग पत्र सँउपलसि.
भोजपुरी भाषा दुनिया के अनेके देशन में इस्तेमाल होले बाकिर अपने देश में एकरा ऊ मान सम्मान नइखे मिलल जवना के ई हकदार बिया. एह चलते भोजपुरी पट्टी के लोग विकास के दउड़ में पिछड़ल जात बा. इलाका के शैक्षिक, सांस्कृतिक आ आर्थिक हर क्षेत्र में विकास में बाधा आवत बा. एह इलाका के लोग के मजबूरी में दोसरा भाषा में शिक्षा लेबे के पड़ेला आ ऊ लोग बाद में अपने भाषा में पढ़ के आगे बढ़त लोग से पिछुआइल जात बा. काहे कि जतना बढ़िया से केहू कवनो विषय अपना भाषा में पढ़वला पर सीखी ओतना बढ़िया से दोसरा भाषा में ना सीखल जा सके.
एही चलते भेाजपुरी भाषा के संविधान के 8वीं अनुसूची में शामिल करावे के मांग करत एगो प्रतिनिधिमण्डल भोजपुरिया अमन के डा. जनार्दन सिंह के अगुवई में उत्तर प्रदेश के राज्यपाल रामनाइक जी से मिल के उनुका के आपन आठ सूत्रीय ज्ञापन सँउपलसि. राज्यपाल कहलन कि चूंकि एह ज्ञापन के कुछ बात बहुते जायज बा एहसे एकरा के केन्द्र सरकार का लगे पठा दिहे.
ज्ञापन के माध्यम से कइल मांग में सबले खास बात बावे भोजपुरी के संविधान स्वीकृत भाषा के सूची में शामिल कइल, ’पूर्वाचल’ के नाम बदलके एकरा के ’भोजपुरी अॅचल’ नाम दीहल आ एह इलाका में प्राथमिक शिक्षा में भोजपुरी माध्यम से पढ़ावल.
प्रतिनिधिमण्डल में शामिल रहलें आकाशवाण़ी के निर्देशक रहल मदन मोहन सिन्हा मनुज, समाज वैज्ञानिक रामायण यादव, साहित्यकार आ कवियित्री डा. मनसा पाण्डेय, मनोज कुमार यादव, आ डा. जनार्दन सिह वगैरह.