तोहरा से राजी ना ए बलमुआ, तोहरा से राजी ना – बतंगड़ 78

- ओ. पी. सिंह फगुआ बीत गइल बा आ अब चइत चलत बा. परम्परा का हिसाब से चइत में फगुआ ना गआव बाकिर मौका प एह ले बढ़िया कवनो लाइन…

तोहरा से राजी ना ए बलमुआ – बतंगड़ 56

- ओ. पी. सिंह आजु एगो गीत बरबस याद आ गइल - तोहरा से राजी ना ए बलमुआ, तोहरा से राजी ना. हमके नीम्बुआ बिना तरसवले बलमुआ तोहरा से राजी…