पिछला दिने एगो मार्केटिंग रिसर्च कंपनी आर॰एन॰बी॰ रिसर्च देश के करीब करीब हर राज्य से पौने आठ हजार लोग से कुछ सवाल पूछलसि जवना से कि अनुमान लगावल जा सके कि आम जनता रेलवे से का खोजेले आ ओकरा का चाहीं. हमनी के आम बजट के जवना बेसब्री से इन्तजार करीले वइसनका बेसब्री रेल बजट ला ना रहेला. करीब करीब हर साल रेल बजट में नया नया ट्रेन के एलान होला बाकिर यात्री सुविधा हमेशा अनदेखल जइसन रहि जाले.आर॰एन॰बी रिसर्च अपना टूडेज चाणक्या के रेल बजट स्पेशल में अपना सर्वे से सामने आइल कुछ सुझाव रेल मंत्रालय के दिहले बा. पेश बा ओह सुझावन के एगो झलक.
1. अलग अलग बर्थ खातिर अलग अलग दाम
सबले नीचे वाला बर्थ यात्रा खातिर सबले आरामदायक रहेला आ अधिकतर यात्री चाहेलें कि उनुका नीचे वाला बर्थ मिल जाव. रेलवे के चाहीं कि नीचे वाला बर्थ खातिर सबले बेसी भाड़ा लेव आ बगल के ऊपर वाला बर्थ खातिर सबले कम. काहे कि साइड अपर बर्थ सबले कष्टदायक होले.
2. तत्काल के बुकिंग ट्रेन के प्रस्थान समय से 48 घंटा पहिले शुरु होखे
अबही तत्काल के बुकिंग हर ट्रेन खातिर एकही समय सबेरे आठ बजे से खुलेला जवना चलते ओह बेरा बुकिंग करावल मुश्किल हो जाले आ कुछ भाग्यशालिये लोग के बुकिंग मिल पावेला. जब हर ट्रेन के प्रस्थान समय से 48 घंटा पहिले तत्काल बुकिंग खुलल करी त एके समय के भीड़ खतम हो जाई आ लोग सुविधा से बुकिंग करा पाई. एहसे तत्काल टिकट के बुकिंग में व्याप्त ब्लैको खतम हो जाई.
3. अकसरहा यात्रा करे वालन खातिर योजना सभका खातिर होखे
अधिकतर ट्रेन यात्री स्लीपर कोच से चलेले बाकिर आईआरसीटीसी वेबसाइट पर खाली टू एसी भा ओह से उपरे वाला श्रेणी में ई योजना चलावल जाला जवना में वइसनका यात्री कुछ अंक अर्जित करेले जवना के फायदा ऊ अपना यात्रा में ले सकेले. न्यायसंगत रही कि हर श्रेणी के यात्रियन के ई सुविधा दिहल जाव.
4. आर ए सी टिकट के आधा पइसा वापिस कर दिहल जाव
अगर यात्री अपना आरएसी टिकट पर पूरा यात्रा करत बा त ओकरा के आधा भाड़ा वापिस मिल जाये के चाहीं काहे कि ऊ आधे सीट पर आपन यात्रा पूरा करेला अगर ओकर आरक्षण यात्रा का दौरान कन्फर्म ना हो पावे.
5. फेंके वाला बेडशीट के व्यवस्था रहो
रेलवे के चाहीं कि ऊ डिस्पोजेबल तकिया खोल, चादर, तौलिया, कंबल खोल वगैरह के व्यवस्था अतिरिक्त भुगतान पर देबे के व्यवस्था राखो जवना से ओह यात्रियन के सुविधा मिल पावे जे ई अतिरिक्त खर्च कर के अपना खातिर डिस्पोजेबल चादर वगैरह चाहऽता.
6. हवाई जहाज का तरह ट्रेनो के बोगी आ सीट चुने के सुविधा दिहल जाव
ट्रेनो खातिर ओही तरह से खाली उपलब्ध सीट आ बोगी देखावल जाय जइसे हवाई यात्रा वालन के देखावल जाला.
7. बोगी का भीतर ट्रेन के मार्ग देखावल जाव
ट्रेन का हर बोगी में ओह ट्रेन के रास्ता के नक्शा चार्ट प्रदर्शित रहे जइसे कि राजधानी एक्सप्रेस का बोगियन में रहेला. कम से कम एसी कोच में त जरुरे ई सुविधा दिहल जाव.
8. प्रतीक्षा सूची के यात्रियन खातिर एसएमएस सुविधा दिहल जाव
आईआरसीटीसी से टिकट बुक करावे वाला प्रतीक्षा सूची के यात्रियन के टिकट कन्फर्म हो गइला पर एस एम एस भेजल जाव.
9. निगमित यात्रियन खातिर कवनो योजना चलावल जाव
निगमित यात्रियन खातिर कुछ खास योजना चलावे के चाहीं काहे कि ऊ लोग रेलवे के बड़हन ग्राहकन में आवेला.
10. बड़का शहरन में प्लेटफार्म टिकट के दाम बढ़ावल जाव
बड़का शहरन में प्लेटफार्म टिकट के दाम बेसी राखे के चाहीं जवना से कि प्लेटफार्म पर बेमतलब के भीड़ ना जुटे.
11. भीड़ वाला सीजन में हर ट्रेन में बोगी बढ़ावल जाव
भीड़ वाला सीजन में हर ट्रेन में दू गो भा तीन गो अतिरिक्त बोगी जोड़ल जाव जवना से कि भीड़ से कुछ निजात मिले आ अधिका से अधिका लोग अपना योजना से यात्रा कर पावे.
(स्रोत : टूडेज चाणक्या)
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