समाचार एजेन्सी रायटर के काल्हु गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी के दिहल इन्टरव्यू राजनीति आ मीडिया में हलचल मचा के रख दिहलस. बेबात के बात के अतना बखेड़ा खड़ा कर दिहल गइल कि जरूरी लागत बा कि ओह इन्टरव्यू के जानकारी सभका होखे के चाहीं जेहसे कि पोसुआ मीडिया आ छद्म सेकूलर पार्टियन के हवाबाजी आ हल्ला का बीच साँच मत भुला जाव.
गुजरात दंगा पर
अगर हम कुछ गलत कइले रहतीं तब हमरा अफसोस होखीत. एह मामिला में सुप्रीम कोर्ट के बनावल टास्क फोर्स हमरा के बेदाग बतवले बा.
अगर केहू गाड़ी चलावत होखे, भा पाछा बइठल होखे आ गाड़ी से कवनो कुत्ता के बच्चा कचरा जाव त बहुत दुख होला. होला कि ना? अगर हम मुख्यमंत्री बानी, भा ना बानी, हम एगो इंसान त हइए हईं. अगर कहीं कुछ खराब होखत बा त स्वाभाविक बा दुख भइल.
धर्मनिरपेक्षता पर
हमरा ला धर्मनिरपेक्षता के मतलब ह राष्ट्र सबले पहिले. हमरा पार्टी के दर्शन ह सभका ला न्या तुष्टिकरण केकरो ना. इहे हमार धर्मनिरपेक्षता ह.
नरेन्द्र मोदी हिन्दू राष्ट्रवादी नेता हउवे कि व्यापारमुखी मुख्यमंत्री ?
हम राष्ट्रवादी हईं. हम देशभक्त हईं. एहमें कुछउ गलत नइखे. हम जनमजात हिन्दू हईं. कुछउ गलत नइखे. से हम हिंदू राष्ट्रवादी हईं. हँ रउरा कह सकीलें कि हम हिन्दू राष्ट्रवादी हईं काहे कि हम जनम से हिन्दू हईं.
तानाशाही सुभाव के होखे का सवाल पर
अगर रउरा अपना के नेता मानत हईं त रउरा निर्णायक होखे के पड़ी.
आलोचना बर्दाश्त करे का सवाल पर
हमनी किहाँ लोकतंत्र ह. एहीजा सभे के अधिकार बा आलोचना करे के. आलोचना के हम स्वागत करीलां बाकिर बेबुनियाद आरोप के खिलाफ हईं.
विभाजनकारी होखला का सवाल पर
लोकतंत्र के मूल सुभाव होला विभाजन के. अगर सभे एके दिशा चले त का रउरा ओकरा के लोकतंत्र कहऽब ?
अल्पसंख्यक के संगे ले चलला का सवाल पर
हम मतदाता के बाँटल पसंद ना करीं. लोकतंत्र में मजहब के हथियार ना बनावे के चाहीं. हमरा ला सभे बराबर बा चाहे ऊ कवनो मजहब के होखे.
पूरा इन्टरव्यू अँगरेजी में एहिजा पढ़ल जा सकेला.
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