अलग भोजपुर राज्य बनवावे आ भोजपुरी भाषा के संविधना के 8 वीं अनुसूची मे शामिल करावे ला प्रगतिशील भोजपुरी समाज का ओर से सगरी जिला मुख्यालयन पर क्रमवार धरना आ प्रदर्शन करे के बात बतावत समाज के केन्द्रीय महासचिव आ भोजपुरी अमन पत्रिका के प्रधान संपादक डा॰ जनार्दन सिंह के कहना बा कि भोजपुर राज्य बनवावल हमनी के अस्मिता आ स्वाभिमान से जुड़ल बा. कहलन कि काशी राज का रुप में मशहूर आ धन धान्य से भरपूर रहल भोजपुरी इलाका आजु ठेहुनी के बल चले पर मजबू रहो गइल बा. अंगरेजी हुकूमत आ भारतीय नीतिकारन के साजिश के शिकार ई इलाका तीन गो राज्य में बाँट दिहल गइल आ आजु अपना अस्तित्व बचावे खातिर लड़त बा.
पूर्वांचल राज्य के माँग सिरे से खारिज करत डा॰ जनार्दन सिंह के कहना बा कि यूपी के पुरवारा इलाका पूर्वांचल ना हो सके. राज्य पुनर्गठन आयोग के आलोचना तिखाई से करत कहले बाड़न कि भारत के पुरनका राज्यन के एतिहासिक तथ्य देखत आ धेयान में राखत नया राज्य बनावल चाहत रहुवे. समान भाषा आ संस्कृति, समान भावनात्मक विरासत, समान भोगौलिक एकता, समान नस्ल, समान तीज त्योहार आ रीति रिवाज के आधार पर यूपी के सतरह गो जिला देवरिया, गोरखपुर, कुशीनगर, महाराजगंज, बस्ती, सिद्धार्थनगर, गाजीपुर, बलिया, आजमगढ़, मऊ, संत कबीर नगर, जौनपुर, वाराणसी, चंदौली, भदोही, मिर्जापुर अउर सोनभद्र आ बिहार के नौ गो जिला छपरा, सिवान, गोपालगंज, पूर्वी आ पश्चिमी चंपारण, रोहतास, भभुआ, भोजपुर, बक्सर, आ मध्य प्रदेश के सिधी जिला मिला के भोजपुर राज्य बनावल एह इलाका के विकास ला जरूरी बा.
डा॰ जनार्दन सिंह के कहना बा कि भारत सरकार तोड़फोड़ आ हिंसा आगजनी के भाषा जल्दी समुझ लेले बाकिर कृषि प्रधान आ अमन पसंद भोजपुरी इलाका के जायज माँग ओकरा से घोंटात नइखे. भोजपुरी इलाका के जन प्रतिनिधि सत्ता के लालच में भोजपुर राज्य के माँग संसद में कबो ना उठावस. ई माँग सबले पहिले सिवान में पंडित राहुल सांस्कृत्यान साल 1947 मे उठवले रहीं. उनुका बाद साल 1962 मे ईश्वर चन्द्र सिन्हा के नेतृत्व में वाराणसी आन्दोलन शुरू भइल रहे, आ साल 1965 से प्रगतिशील भोजपुरी समाज महाभोजपुर राज्य बनवावे ला लगातार संघर्ष करे में लागल बा. समाज का तरफ से जल्दिए भोजपुरी इलाका के सगरी सांसद आ विधायकन के एह बारे में पत्रक भेजल जाई.
0 Comments