जाने माने निर्माता निर्देशक जगदीश शर्मा को एक ईमानदार फिल्ममेकर के रुप में जाना जाता है. उनकी फिल्मों में आपको बनावटीपन कहीं भी अजर नहीं आता. चाहे बात अक्षय कुमार को लेकर बनी फिल्म सपूत की हो या देवानंद साहब को लेकर बनी फिल्म लश्कर की या भोजपुरी फिल्म उठाईये घुंघटा चांदा देख ले की हो. बिना किसी लाग लपेट के अपनी बात कह जाने में कामयाब रहने वाले जगदीश शर्मा की नयी भोजपुरी फिल्म ‘लागी नाही छुटे रामा’ भी लुक से लेकर निर्माण तक मेंं सादगी बरतती है. यह उस जोश और संकल्प की कहानी है, जो कड़ी मेहनत, इच्छा शक्ति और समर्पण से पूर्ण होती है.
‘लागी नाही छूटे रामा’ एक प्रेरक फिल्म है. इसे सभी उम्र के दर्शक देखें और सपनों के साथ अलक्षित लक्ष्य की तरफ बढें.
पिछले शुक्रवार को बिहार के सौ से ज्यादा सिनेमाघरो में रिलीज इस फिल्म को देखने दर्शक बढ़चढ़ कर आ रहे हैं.
(शशिकांत सिंह)
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