युवा एक्ट्रेस वैष्णवी ने सामाजिक क्षेत्र और फिल्म जगत में धूम मचाने के बाद शिक्षा क्षेत्र में उल्लेखनीय कीर्ति प्राप्त कर लोगों को यह कहने पर मजबूर कर दिया है कि प्रतिभा किसी उम्र की मोहताज नहीं होती. प्रत्येक वर्ष नेत्रहीन व असहाय बच्चों की कलाई पर राखी बांधने वाली अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार से अलंकृत पूरब की बेटी अन्य सामाजिक कार्यो में भी बढ़-चढ़ कर भाग लेती है.
अपने नृत्य व अभिनय से देश-दुनिया में अमिट छाप छोड़ने वाली वैष्णवी की बहुमुखी प्रतिभा के चलते ही बचपन में रोटरी इंटरनेशनल क्लब से बेस्ट बेबी का एवार्ड प्राप्त कर चुकी वैष्णवी को ग्लोरी ऑफ इण्डिया पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है. जब थाईलैण्ड की धरती पर सारण की शहजादी वैष्णवी को वहाँ के उप-प्रधानमंत्री एच॰ ई॰ कॉर्न डब्बारणसी द्वारा उक्त इन्टरनेशनल एवार्ड दिया गया तो समस्त बिहारवासियों के खुशी का ठिकाना नहीं रहा था. अब तक दर्जनों राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कारों से नवाजी जा चुकी सरल सहज व निश्छल स्वभाव वाली वैष्णवी कहती है कि फिल्मों के माध्यम से दर्शको का स्वच्छ-स्वस्थ मनोरंजन करना मुख्य उद्देश्य है. पॉलीवुड की दुनिया में तहलका मचाने के बाद आज बॉलीवुड के कई दिग्गज फिल्म-मेकरों के लिए वैष्णवी पहली पसंद है.
डाँसिंग और एक्टिंग के शौक के कारण दर्शकों के दिल पर राज करने वाली वैष्णवी की छिपी प्रतिभा को महज तीन साल के उम्र में ही इसके माता-पिता ने पहचान लिया था तब वह किसी भी गाने की धून सुनकर स्वतः स्फूर्त भाव में थिरकने लगती थी. शुरूआत में स्टेज शो प्रोग्रामों में प्रशंसा प्राप्त करने के बाद दो दर्जन से अधिक पोपुलर ऑडियो विडियो एलबमों माई के झुला सतरंगिया, दिनानाथ अईलन, गौड़ा हे भंगिया गिला करह, भोले बाबा के प्रसादी, देवघर से अईले खबरिया, माई के लिफाफा, बोलबम कावर भजन, हेलो हेलो सुलतानगंज से बोलह तानी, जय हो गाजा जय हो चिलम, मजा बा सावन में भोले के आँगन में, माँ भाषा हिन्दी, भोजपुरी, मैथिली, अंगिका, कोटा, राजस्थानी व कम्पनी टी॰ सीरीज, सुर-सरगम, पराग फिल्म, व दिपा कैसेट में काम कर चुकी वैष्णवी आज फिल्म क्षेत्र के लिए एक जानी-पहचानी नाम बन चुकी है.
फिल्म एक्ट्रेस वैष्णवी के अभिनय क्षमता का गवाह बनने से छोटा परदा भी अछूता नही रहा है. राष्ट्रीय चैनल डी॰डी॰ वन पर प्रसारित हुई हास्य सीरियल ‘‘ हँस्ते रहो-लड़ते रहो’’ में इसके द्वारा निभाया गया मुख्य किरदार की चर्चा आज भी लोगों की जुबान पर है.
वैष्णवी अपने चर्चित फिल्मो जय मईया अम्बे भवानी, बी॰ए॰ पास बहुरिया, हमार देवदास, जीना तेरी गली में, मैं नागिन तू नगीना में हिट किरदार निभायी है. अपने जादुई अभिनय कला का लोहा मनवाने वाली इस बिहारी बाला का सपना अभिनय के क्षेत्र में अपने सूबे का नाम आगे करना है.
(कृष्ण कुमार)
0 Comments