दुर्गा फिल्म्स प्रोडक्शन कृत भोजपुरी फिल्म ‘बाज गईल डंका’ बिहार और मुंबई में बम्पर ओपनिंग के साथ कई सिनेमाघरों में पिछले सप्ताह प्रदर्शित हुईं. अभय सिन्हा और सुनीला मिश्रा द्वारा प्रस्तुत इस फिल्म के निर्माता संजय कुमार मिश्रा हैं और लेखक-निर्देशक रवि भूषण हैं.
फिल्म की मूल कहानी बिहार-नेपाल सीमा पर व्याप्त अपहरण और अवैध हथियारों की तस्करी पर आधारित है. पवन सिंह पुलिस इन्स्पेक्टर हैं, तो विराज भट्ट एस.पी. हैं. अवधेश मिश्रा और अजय कुमार सिंह मिंटू क्रमशः बिहार और नेपाल के डॉन हैं और सारी वारदातों को यही अंजाम देते हैं. नत्था (मंटू), सिराज (मिश्रा) का ही गुर्गा है. व्यवधान डालने के कारण नत्था पुलिस अधीक्षक विराज भट्ट के पूरे परिवार को मार डालता है. विराज, नत्था से बदला लेने के लिए विराज नौकरी छोड़ मिशन पर लग जाते हैं. दूसरे परिदृश्य में पवन सिंह पुलिस इन्स्पेक्टर हैं. काजल राघवानी उनसे टकराती है और कुछ पुरानी रीति-रिवाजों के साथ उनकी शादी की बात पक्की हो जाती है. फिल्मी शैली में अंततः दोनों दुर्जनों का अंत होता है.
मधुकर आनन्द का संगीत मौलिक नहीं होते हुए भी कर्णप्रिय है. रियाज सुल्तान का एक्शन और आर.आर. प्रिंस का छायांकन अच्छा है. महादेवन और संजय कोर्बे ने कुछ अलग कोरियोग्राफी की है. अभिनय में पवन सिंह, काजल राघवानी की जोड़ी जमी है. अवधेश मिश्रा और अजय कुमार मिंटू ने कुछ अलग करने की कोशिश की है. दीपक सिन्हा का अभिनय बेहतर है. आनंद मोहन, संजय वर्मा ने कॉमिक सपोर्ट किया है. कुल मिलाकर ‘‘बाज गईल डंका’’ एक मनोरंजक फिल्म है और नयापन से भरी है.
गीत प्यारेलाल यादव, प्रदीप पांडेय, आर.आर. पंकज और रवि भूषण के हैं. नृत्य संजय कोर्बे व राम देवन, एक्शन रियाज सुल्तान, संकलन आलोक पांडेय और छायांकन आर.आर. प्रिंस का है. फिल्म के मुख्य कलाकार हैं-पवन सिंह, विराज भट्ट, काजल राघवानी, नवोदिता सर्वजीत सिंह, सोम भूषण, आनंद मोहन, माया यादव, श्यामली श्रीवास्तव, अजय कुमार ‘मिंटू’, संजय वर्मा, राहुल श्रीवास्तव, मा. गुल्लू, मा. प्रद्युम्न और अवधेश मिश्रा.
(समरजीत)
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