शंका के समाधान ह मानस

– शिवानंद मिश्र शिकारी लहलह हरीयर धान ह मानस, चाउर पुरान चिरान ह मानस, तुलसीजी के थान कहीं कि कामधेनु दुहान ह मानस । गुरू बसीठजी के जजमान के सुनर…

नाहीं लउके डहरिया के छोर – कविता संकलन

– लाल बहादुर सिंह पंडित दयाशंकर तिवारी जी द्वारा के लिखल कवितन के संकलन वाली पुस्तक “नाहीं लउके डहरिया के छोर” के लोकार्पण, विमोचन के उत्कृष्ट कार्यक्रम पूरा होखते हमरा…

महाकवि राधामोहन चौबे ‘अंजन’ जी के जनमदिन पर विशेष

– गणेश नाथ तिवारी आजु महाकवि राधामोहन चौबे ‘अंजन’ जी के जनमदिन ह आ ई हमार सौभाग्य रहल कि साल 2014 में अंजन जी से हमार भेंट भइल रहे. उहाँ…

सुभाष पाण्डेय ‘संगीत’ के तीन गो गीत

(एक) बेंड़ल बजर किंवाड़, यार अइले, चलि गइले ! ना सुनि परल पुकार, यार अइले, चलि गइले ! सूरज-चन्दा कऽ जोती से, तरइन का झिलमिल से, शान्त गगन कऽ मौन…

राकेश कुमार पाण्डेय के दू गो कविता

– राकेश कुमार पाण्डेय (1) माटी धूर क गंवई जिनगी, गइया भईंस चराईं। खेती-बारी भीर बहुत बा, फुरसत ना हम पाईं। भोरहटिये से सानी-पानी, चउवा नाद लगाईं। गोबर-गोंइठा दूधवा दूहत,…

“जय भोजपुरी – जय भोजपुरिया” परिवार के सलाना महोत्सव

“जय भोजपुरी – जय भोजपुरिया” परिवार के सलाना भोजपुरी साहित्यिक आ सांस्कृतिक महोत्सव 22 नवंबर 2023, दिन बुधवार के भोजपुरी के धाम अमही मिश्र, भोरे, गोपालगंज में होखे जा रहल…

कजरी

– संगीत सुभाष बदरी आवऽ हमरी नगरी, नजरी डगरी ताकति बा। सूखल पनघट, पोखर, कुइयाँ असरा गिरल चिताने भुइयाँ छलके नाहीं जल से गगरी, नजरी डगरी ताकति बा। बूढ़ लगे…

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