
Articles by Editor


संगम के 263वीं मासिक बइठकी
संगम सांस्कृतिक साहित्यिक एवं सामाजिक संस्था के हर महिनवे होखे वाली बइठकी के 263वीं बइठक पिछला 19 जुलाई का दिने स्वर्गीय सत्यनारायण मिश्र सत्तन जी […]


कथाकार-कवि कृष्णानंद कृष्ण जी के निधन
देरी से मिलल खबर आइल बा कि भोजपुरी के प्रतिष्ठित कथाकार-कवि कृष्णानंद कृष्ण जी अब हमनी का बीच ना रहलीं. उहाँके निधन तीन दिन पहिले […]

संघी चाल में अझूरा गइल तबलीगी जमात
एकरा पहिले कि रउरा आगे पढीं साफ क दीहल जरुरी बा कि ई उलटबाँसि ह, एकरा के सीरियसली लिहला के जरुरत नइखे. देश के सिकूलर, […]

भोजपुरी आंदोलन के महानायक आ पहिलका गद्यात्मक व्यंग्यकार डॉ. प्रभुनाथ सिंह
डॉ. जयकान्त सिंह ‘जय’ हमरा समझ से संस्कृत के देवभाषा एह से कहल गइल कि एकरा में रचल प्राय: हर कविता चाहे श्लोक समस्त सृष्टि […]

भोजपुरी के गालिब जगन्नाथ जी के गंगालाभ
भोजपुरी साहित्य के गौरव आ एगो मजबूत पाया जगन्नाथ जी काल्हु शनिचर 14 मार्च 2020 के साँझि खा साढ़े चार बजे पटना के अपना साधनापुरी […]

भोजपुरी संगम, गोरखपुर के 121वीं ‘बइठकी’
कुमार अभिनीत ‘भोजपुरी संगम’ के 121वीं ‘बइठकी’ अतवार का दिने गोरखपुर में तुर्कमानपुर का लगे साहित्यकार डॉ. रवीन्द्र श्रीवास्तव ‘जुगानी’ जी के घरे भइल. एह […]

भोजपुरी साहित्य के बड़हन थाती अँजोरिया पर
आजु ढेर दिन बाद अपना भोजपुरी अन्तरताना अँजोरिया पर आवे के मौका मिलल त कुछ खुशी मिलल. बाकिर साथही अफसोसो भइल कि भोजपुरी साहित्य के […]

पढ़े-लिखे वाला पाठक, पठनीयता आ “पाती” – हमार पन्ना
डॉ अशोक द्विवेदी एगो जमाना रहे कि ‘पाती’ (चिट्ठी) शुभ-अशुभ, सुख-दुख का सनेस के सबसे बड़ माध्यम रहे। बैरन, पोस्टकार्ड, अन्तर्देशी आ लिफाफा में लोग […]

भोजपुरी के गँवारू भाषा जनि बनाईं (सँझवत-2 के संपादकीय)
रामरक्षा मिश्र विमल भोजपुरी दू डेग आगे त हिंदी दू डेग पाछे हिंदी के कुछ तथाकथित विद्वान एह घरी भोजपुरी पर आपन-आपन ब्रह्मास्त्र चलावे में […]